डीएमसीएच उपाधीक्षक डॉ. हरेंद्र कुमार ने जूनियर डॉक्टरों के काम बंद करने की पुष्टि करते हुए कहा है कि इमरजेंसी के अलावा विभिन्न विभागों में मरीजों का इलाज सुनिश्चित करने के लिए वरीय चिकित्सकों से अनुरोध किया गया है।
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार रात से काम करना बंद कर दिया है। इससे इमरजेंसी और गायनिक विभाग में जूनियर डॉक्टरों द्वारा काम बंद कर देने से मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गई है। चार दिन पहले मरीज के परिजन को जूनियर डॉक्टरों ने पिटाई कर थी। इस मामले को लेकर बेंता थाना में 30 से 40 डॉक्टरों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा
हालांकि जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन इमरजेंसी और गायनी विभग में पीओडी और एसओडी को मरीजों का इलाज सुनिश्चित करने को कहा है। जूनियर डॉक्टरों ने गायनी विभाग में भी इलाज ठप करा दिया। अगर वे आज से काम पर नहीं लौटते हैं तो मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि चार दिनों पहले डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में हुए बवाल को लेकर जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के विरोध में उन्होंने काम बंद कर दिया है।
जूनियर डॉक्टर काम पर नहीं लौटते हैं
डीएमसीएच उपाधीक्षक डॉ. हरेंद्र कुमार ने जूनियर डॉक्टरों के काम बंद करने की पुष्टि करते हुए कहा है कि इमरजेंसी के अलावा विभिन्न विभागों में मरीजों का इलाज सुनिश्चित करने के लिए वरीय चिकित्सकों से अनुरोध किया गया है। अगर जूनियर डॉक्टर काम पर नहीं लौटते हैं तो विभिन्न विभागों में अतिरिक्त चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी। जूनियर डॉक्टरों ने लिखित में कोई आवेदन नहीं दिया है।