बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव अभी नहीं होंगे। चुनाव आयोग ने इन सीटों पर बाढ़ के सीजन के बाद उपचुनाव कराए जाने की घोषणा की है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग ने बाढ़ और मौसम की स्थिति में सुधार के बाद चार विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव कराने का फैसला किया है।
निर्धारित 6 महीने की अवधि के भीतर कराए जाएंगे उपचुनाव
चुनाव आयोग ने कहा कि मौजूदा बाढ़ के सीजन और मौसम की स्थिति के कारण बिहार में चार विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव कराना मुश्किल है लेकिन ये सीटें खाली होने के कारण निर्धारित छह महीने की अवधि के भीतर उपचुनाव कराए जाएंगे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ के मौजूदा विधायकों के जीतने से ये चार विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं। इमामगंज से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के विधायक जीतनराम मांझी, बेलागंज से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक सुरेंद्र यादव, रामगढ़ से राजद विधायक सुधाकर सिंह और तरारी से भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) विधायक सुदामा प्रसाद लोकसभा के लिए चुने गए।
गया लोकसभा सीट से निर्वाचित जीतनराम मांझी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया। वहीं, लोकसभा चुनावों में सुधाकर सिंह बक्सर से, सुदामा प्रसाद आरा से और सुरेंद्र यादव जहानाबाद सीट से निर्वाचित हुए थे।