बिधनू हड़हा गांव में शनिवार रात बीएससी का छात्र बड़ी बहन को डराने के चक्कर में अपनी जान गवां बैठा। घटना देखकर गांव वाले भी स्तब्ध रह गए, वहीं अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा युवक को मृत घोषित किए जाने पर परिवार वालों में कोहराम मच गया। भाई की मौत पर बहन भी खुद को कोसती और रो रोकर बेसुध हो जा रही थी। पुलिस ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से पूछताछ के बाद अचानक घटना होने की बात कही।
बीएससी में पढ़ता था दिग्विजय
हड़हा गांव निवासी हलवाई लाखन सिंह का 18 वर्षीय बेटा दिग्विजय बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था। पिता से रुपये लेकर कुछ दिन पहले वह मोबाइल खरीद लाया था और अक्सर किसी से बातें किया करता था। उसकी बड़ी बहन उसे पढ़ाई करने के लिए कहती थी। शनिवार रात बड़ी बहन सुप्रिया ने उसका मोबाइल ले लिया। कुछ देर बाद दिग्विजय ने बहन से अपना मोबाइल वापस मांगा तो उसने इनकार कर दिया।
गले में फांसी का फंदा डाल डराते हुए झूल
दिग्विजय ने मोबाइल न देने पर बहन को डराने का प्रयास किया। उसने फांसी लगाने की धमकी देते हुए उसके दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के कुंडे में फंसाने के बाद गले में डाल लिया। इसके बाद वह बहन को डराने के लिए फांसी पर लगाने की बात कहते हुए अचानक लटक गया। उसे देखकर बहन के होश उड़ गए और जोर जोर से चीखने लगी। उसकी आवाज सुनकर परिवार वाले और पड़ोसी भी आ गए और आनन फानन दिग्विजय को फांसी के फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया, इसकी जानकारी होते ही घर में कोहराम मच गया। घटना को लेकर गांव में हर कोई स्तब्ध रह गया, वहीं बहन भी खुद को कोसते हुए रो रोकर बेसुध हो गई। थाना प्रभारी देवेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि मोबाइल को लेकर बहन से झगड़े के बाद छात्र के आत्महत्या करने की बात सामने आई है।