कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री उमा भारती के इस्तीफे की मांग की। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सीबीआई की एक विशेष अदालत द्वारा उभा भारती व दूसरे भाजपा नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और अन्य 9 लोग के खिलाफ साजिश का आरोप तय करने का आदेश देने के बाद कांग्रेस ने उमा के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस ने यह भी उम्मीद जताई कि अब मुकदमा शुरू हो जाएगा, कानून अंतिम रूप से अपना काम करेगा और दोषियों को दंड देकर न्याय किया जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, “आरोपियों में से एक उमा भारती केंद्रीय कैबिनेट मंत्री हैं। आरोपपत्र में नाम आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे आना चाहिए और कानून व संविधान के शासन का समर्थन करना चाहिए।” उन्होंने कहा, “जो भी दोषी हैं उन्हें देश के कानून के अनुसार बिना डर या पक्ष के सजा मिलनी चाहिए।”
सर्वोच्च न्यायालय के 8 दिसंबर 2011 के आदेश का उल्लेख करते हुए कि मामले की सुनवाई दैनिक आधार पर होगी, सुजरेवाला ने कहा, “इस आदेश के बाद साल 2013 से अब तक इस मामले में 185 स्थगन लिए गए हैं। देश के कानून से शीघ्रता से न्याय मिलना चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।”
सीबीआई की विशेष अदालत ने लखनऊ में मंगलवार को भाजपा नेताओं आडवाणी, जोशी, उमा भारती और अन्य 9 के खिलाफ 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में साजिश रचने के आरोप लगाने का आदेश दिया। लेकिन, अदालत ने साथ ही उन्हें 20-20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।