लोकसभा चुनाव-2019 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विंध्याचल की वाणसागर परियोजना को पूरा कर वह पूर्ववर्ती सरकारों को किसान विरोधी साबित कर बड़ी सियासी बढ़त लेने की कोशिश कर सकते हैं। संकेत हैं कि प्रधानमंत्री विंध्याचल और बुंदेलखंड में पूर्ण हुईं सिंचाई परियोजनाओं की सौगात मिर्जापुर से दे सकते हैं।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव-2014 के दौरान पूर्ववर्ती सरकारों को किसान विरोधी साबित करने के लिए वर्षों से अधूरी परियोजनाओं को मुद्दा बनाया था। सत्ता में आने पर उन्हें पूरा करने के लिए कई पहल की गईं। मगर, ज्यादातर प्रोजेक्ट को पिछली सपा सरकार के तवज्जो नहीं देने से परवान नहीं चढ़ सकीं।
वर्षों से अधूरी परियोजनाओं को योगी सरकार ने दी गति
प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद वर्षों से अधूरी पड़ी परियोजनाओं को रफ्तार मिली। मुख्यमंत्री ने सचिवालय से इन परियोजनाओं के दैनिक प्रगति की मॉनिटरिंग शुरू कराई। इसी कारण एक साल में बुंदेलखंड की छह सिंचाई परियोजनाएं पूरी कराईं और विंध्याचल की वाणसागर परियोजना का भी 99 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि अगले महीने तक यह पूरी हो जाएंगी।
शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री प्रदेश की वर्षों से अधूरी पड़ी उन सभी सिंचाई परियोजनाओं का प्रधानमंत्री से उद्घाटन कराना चाहते हैं जो इस सरकार के प्रयास से पूरी हुई हैं।
लाखों को किसानों को सीधे मिलेगा फायदा
वाणसागर परियोजना यदि जून तक पूरी हुई तो बुंदेलखंड से विंध्याचल तक सभी पूर्ण सिंचाई परियोजनाओं का उद्घाटन मिर्जापुर से हो सकता है। वाणसागर परियोजना से मिर्जापुर व इलाहाबाद के करीब पांच लाख किसानों को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा। करीब डेढ़ लाख हेक्टेयर खेत की सिंचाई हो सकेगी। इसके अलावा मिर्जापुर के अजवा बैराज का अधूरा काम भी पूरा हो गया है।
वाणसागर परियोजना एक नजर में
परियोजना शुरू–1997-98
मूल लागत–330.19 करोड़
पुनरीक्षण/लागत–2017/ 3420.24 करोड़
केंद्रीय सहायता–995.56 करोड़
अगला लक्ष्य सरयू नहर परियोजना
वर्षों से लंबित सरयू नहर परियोजना को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 453 हेक्टेयर जमीन खरीदी जा रही है। सिंचाई विभाग के निर्माण मंडलवार अधिशासी अभियंता जमीन खरीद की रिपोर्ट रोज मुख्यमंत्री कार्यालय को कर रहे हैं। 14 मई तक 275.61 हेक्टेयर जमीन खरीदी जा चुकी है।