बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक और 18 अन्य को 2004 के ग्रेनेड अटैक मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। खालिदा जिया भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं।
तारिक रहमान को कोर्ट ने ग्रेनेड हमले का दोषी ठहराया है। इस हमले में 24 लोगों की मौत हो गई और 500 लोग घायल हो गए थे। वहीं पीएम शेख हसीना बाल-बाल बच गई थीं, लेकिन उनके सुनने की क्षमता खत्म हो गई थी। प्रधानमंत्री हसीना ने मामले की सुनवाई के दौरान ही आरोप लगाया था कि अवामी लीग की 2004 की रैली में ग्रेनेड से हमला करने के पीछे खालिया जिया का हाथ था।
गौरतलब है कि खालिदा जिया भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं। वहीं उनका बेटा रहमान ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लिए हुए है। 24 अगस्त 2004 को उग्रवादियों ने बंगबंधु एवेन्यू केंद्रीय कार्यालय के सामने अवामी लीग की रैली पर 13 ग्रेनेड फेंके थे। इसमें अवामी लीग के नेता और कार्यकर्ताओं के साथ ही दिवंगत राष्ट्रपति जिल्लुर रहमान की पत्नी भी शामिल थीं।