देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का कहर जारी है। इस बीच अच्छी तरह से पकाए गए चिकन और अंडे के सुरक्षित होने का आश्वासन देते हुए, केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि वे पोल्ट्री की बिक्री पर प्रतिबंध को हटा दें। साथ ही जिन क्षेत्रों या राज्यों में संक्रमण नहीं है, वहां पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री की अनुमति दें। मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (FAHD)ने एक विज्ञप्ति में कहा कि लोगों को बर्ड फ्लू के प्रसार के बारे में अवैज्ञानिक अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। मंत्रालय ने कहा कि प्रतिबंध से पोल्ट्री और अंडा बाजारों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और इससे पोल्ट्री और मक्के के किसान प्रभावित हुए हैं, जो पहले से ही कोरोना महामारी से प्रभावित हैं।
देश बर्ड फ्लू के प्रसार को प्रभावी रूप से नियंत्रित कर रहा है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने शुक्रवार राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों को गैर-संक्रमित क्षेत्रों / राज्यों से बिक्री की अनुमति दें। 16 जनवरी तक, महाराष्ट्र के लातूर, परभणी, नांदेड़, पुणे, सोलापुर, यवतमाल, अहमदनगर, बीड और रायगढ़ जिलों में एवियन इन्फ्लुएंजा के मामलों की पुष्टि की गई है।
मंत्रालय के अनुसार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में कौवों में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हो गई है। गुजरात के सूरत, नवसारी और नर्मदा जिले में भी कौवों में बर्ड फ्लू कती पुष्टि हुई है। उत्तराखंड के देहरादून जिले और उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में भी में भी कौवों में इसकी पुष्टि हुई है। इसके अतिरिक्त, दिल्ली में, नजफगढ़ में कबूतर और उल्लू और रोहिणी में हेरोन में संक्रमण की पुष्टि हुई है। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले और मध्य प्रदेश के हरदा जिले में रैपिड रिस्पांस टीम तैनात है। यहां पर पक्षियों को मारने का काम जारी है। स्थिति की निगरानी के लिए गठित केंद्रीय दल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।