देश और दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। भारत में भी हर दिन हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं। देशवासियों के लिए इसकी वैक्सीन आने में अभी कुछ महीने की देरी है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने संबोधन के दौरान इस बात पर जोर दिया था कि जबतक दवाई नहीं, तबतक ढिलाई नहीं। ऐसे में वैक्सीन आने तक हमें किसी भी स्तर पर लापरवाही महंगी पड़ सकती है।
फिलहाल फेस्टिव सीजन यानी त्यौहारों का समय चल रहा है। हाल ही में दशहरा बीता है और अब दिवाली आने वाली है। बाजार और शॉपिंग मॉल्स भी खुल चुके हैं और जमकर खरीदारी भी हो रही है। लेकिन घर से बाहर निकलने से लेकर खरीदारी करने तक और सामान लेकर वापस घर आने तक हमें कोरोना से बचने के लिए तमाम सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह है कि घर से बाहर निकलें तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। मास्क कोरोना संक्रमण की संभावना को काफी हद तक कम करता है। श्वास रोग, पेट और छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. पीबी मिश्रा कहते हैं कि अभी दिल्ली एनसीआर और कुछ अन्य मेट्रो शहर में वायु प्रदूषण भी एक बड़ी समस्या है। ऐसे में मास्क आपको न केवल कोरोना संक्रमण से बचाएगा, बल्कि सांस संबंधी अन्य तरह के संक्रमण और परेशानियों से भी बचाएगा।
डॉ. मिश्रा ने दूसरी सबसे जरूरी बात की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि खरीदारी करने के लिए जब भी घर से बाहर निकलें तो सड़क पर चलते समय, शॉपिंग मॉल में या फिर दुकानों में भी शारीरिक दूरी बनाए रखना चाहिए। वह कहते हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी इसका पालन होना चाहिए। जहां तक संभव हो, कैब या अन्य वाहन रिजर्व कर जाना ज्यादा बेहतर है, ताकि भीड़ से बचा जा सके। अपनी गाड़ी हो तो उसी से जाना ज्यादा बेहतर रहेगा।
घर से बाहर होने के दौरान एक और बात का ध्यान रखें कि आपके हाथ आपके चेहरे तक न पहुंचे। सीढ़ियों की रेलिंग, दरवाजों के हैंडल, वाहन, शॉपिंग मॉल या दुकानों के फर्नीचर वगैरह बाहर कई सतहों को आप हाथों से स्पर्श करते हैं। ऐसे में अगर उन सतहों के संपर्क में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति आया होगा तो वहां वायरस की मौजूदगी हो सकती है। इसलिए चेहरा न छुएं। साथ में हैंड सैनिटाइजर जरूर रखें और थोड़ी-थोड़ी देर पर हाथ सैनिटाइज करते रहें।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर कपड़ों की खरीदारी करने जा रहे हैं तो अपनी साइज का पूरा ध्यान रहना चाहिए। ऐसा इसलिए, ताकि मॉल में ट्रायल रूम में नहीं जाना पड़े यानी कपड़े पहन कर न देखना पड़े। कपड़े की सतह पर वायरस की मौजूदगी हो सकती है और पहनने के दौरान आप संक्रमित हो सकते हैं। बेहतर होगा कि आप कपड़े अपनी साइज के अनुसार लें और पहनने से पहले घर पर लाकर एक बार वॉश जरूर कर लें।
डॉक्टरों का कहना है कि बाहर से आई किसी भी चीज को कम से कम तीन-चार घंटे के लिए बाहर रखा जाए। सब्जियों और फल के इस्तेमाल से पहले इन्हें थैली से निकालकर तीन से चार घंटे के लिए बाहर रखें फिर गर्म पानी में डालकर अच्छे से धोएं। इसके अलावा बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गर्म पानी में पोटेशियम परमेंगनेट की एक बूंद डालें और उसमें भी फल और सब्जियों को भिगो सकते हैं। यह एक सुरक्षित और कम खर्च वाला तरीका है।
विशेषज्ञों की सलाह है कि फलों और सब्जियों को सैनिटाइज ना करें, क्योंकि सैनिटाइजर के केमिकल से फल और सब्जी खतरनाक हो सकते हैं। केले और प्याज जैसी चीजों को गर्म पानी में न रखकर ऐसी जगह रखें जहां गरमाहट ज्यादा हो। खाने से पहले इन चीजों को तीन से चार घंटे पहले बाहर रखें और बाहर से लाकर तुरंत इसका सेवन/इस्तेमाल न करें।
पैकेट वाले पनीर और दूध को मास्क लगाकर साबुन के पानी से धो लेना चाहिए। दूध और पनीर निकाल लेने के बाद इनके खाली पैकेट ऐसी जगह फेंके, जहां से इंसानी संपर्क ना हो। विशेषज्ञ बताते हैं कि प्लास्टिक, धातु और कोल्डड्रिंक की कैन पर वायरस 24 से 48 घंटे बना रह सकता है। इसलिए इन्हें ऐसे कमरे में छोड़ें जहां इंसानी संपर्क बहुत कम हो। वायरस के निष्क्रिय या नष्ट होने के बाद इनका इस्तेमाल करें।
विशेषज्ञों की सलाह है कि दवा का पत्ता उपयोग करने से पहले इन्हें सामान्य कमरे के तापमान पर एक बंद डिब्बे में रख देना चाहिए। वहीं, स्टेशनरी वगैरह इस्तेमाल करने से पहले इन्हें दो से तीन घंटे के लिए बाहर रख देना चाहिए, इन पर सैनिटाइजर का कोई प्रभाव नहीं है। कुरियर में आए सामान धूप में तीन से चार घंटे के लिए रख देने की सलाह दी जाती है।