अगर फास्टैग वाहन पर नहीं लगाते हैं तो ऐसे वाहनों को टोल प्लाजा पर सिर्फ एक लेन से गुजरने की अनुमति मिलेगी और उन्हें जाम से जूझना पड़ सकता है। फिलहाल अभी डाफी टोल प्लाजा से हर दिन 40 फीसदी फास्टैग से लैस वाहन गुजर रहे हैं।
फास्टैग को लेकर वाराणसी सहित पूर्वांचल के वाहन चालक जागरूक नहीं हो पाए हैं। यही कारण है कि अब तक डाफी टोल प्लाजा पर 40 फीसदी वाहनों से ही फास्टैग से कलेक्शन हो रहा है।
बिना फास्टैग के गुजरने वाले 60 फीसदी वाहनों में ज्यादातर स्थानीय हैँ। इस समय टोल प्लाजा पर फास्टैग उपलब्ध है। टोल के मैनेजर जयराज सिंह का कहना है कि शुरुआत में फास्टैग को लेकर वाहन चालकों में क्रेज था।
मगर, समय-सीमा बढ़ने के बाद अचानक भीड़ गायब हो गई, जबकि बैंकों के अलावा टोल पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से जारी फास्टैग भी उपलब्ध हैं।15 दिसंबर से आने और जाने वाले पांच-पांच लेन फास्टैग वाहनों के लिए होगा और कैश के लिए दोनों ओर से केवल एक लेन ही रहेगी।