फरीदाबाद : फरीदाबाद की एक जेल से गलत पहचान के कारण रिहा किए गए एक कैदी को बिहार के पटना स्थित उसके गांव से पकड़ लिया गया। पुलिस ने रविवार को बताया कि यह कैदी नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद था। उसे शहर की एक अदालत में पेश किया गया और फिर से न्यायिक हिरासत में नीमका जेल भेज दिया गया।
नितेश पांडे को फरीदाबाद की एक अदालत से जमानत पाने वाले एक अन्य कैदी नितेश की जगह गलती से नीमका जेल से रिहा कर दिया गया था और इस लापरवाही के कारण 5 जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। जिस नितेश को फरीदाबाद की एक अदालत से जमानत मिली थी उसके पिता का नाम भी वही है जो नितेश पांडे के पिता का नाम है जिस कारण भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूछताछ दौरान नितेश पांडे ने स्वीकार किया कि उसे पहले से जानकारी थी कि दूसरे नितेश को जमानत मिलने वाली है। नितेश (जमानत मिलने वाले कैदी) घर में जबरन घुसकर मारपीट करने के मामले में सजा काट रहा था। सोमवार को जब नितेश को जमानत मिली और मंगलवार को रिहाई के लिए बुलाया गया तब वह मौजूद नहीं था। इस मौके का फायदा उठाकर दुष्कर्म के आरोपी नितेश पांडे ने खुद को जमानत पाने वाला नितेश बताया और जेल से बाहर आ गया।
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