जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे दिन हुई एक परिचर्चा में लेखक प्रसून जोशी ने कहा कि हिंदी फिल्मों के जिन गानों का महिलाओं को विरोध करना चाहिए वो उन्हीं गानों पर डांस करती हैं। प्रसून ने कहा कि हिंदी फिल्मों में महिलाओं को बहुत आपत्तिजनक तरीके से दिखाया जाता है। महिलाओं को शायद ये पता भी नहीं होता कि वो किस बात पर डांस कर रही हैं।
प्रसून ने फिल्म ‘तारे जमीं पर’, ‘भाग मिल्खा भाग’ और ‘रंग दे बसंती’ के अलावा कई सारी बॉलीवुड फिल्मो के लिए गीत लिखें हैं। प्रसून जोशी ने इस मौके पर न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया ‘आप अपने बच्चे को डॉक्टर या इंजीनियर बना सकते हैं, लेकिन आप उसे एक लेखक नहीं बना सकते, जब तक कि उसने बचपन से बहुत पढ़ा न हो।
जोशी को दो बार सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। कला, साहित्य और विज्ञापन में योगदान देने के लिए भारत सरकार द्वारा 2015 में उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया।