राजधानी और दुरंतों एक्सप्रेस का किराया बढ़ाकर भले ही रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने काफी आलोचनाओं का सामना किया हो। लेकिन एक ट्वीट की वजह से वह फिर से चर्चा में आ गए हैं। दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया की मानें तो बुधवार को जब एक परिवार जोधपुर से बिलासपुर के लिए चलने वाली ट्रेन में भगत की कोठी के रहने वाले अमित चोपड़ा अपने परिवार के साथ जोधपुर बिलासपुर एक्सप्रेस के एस2 कोच में सफर कर रहे थे। तभी सुबह 9 बजे के करीब उनके तीन साल के बेटे की तबियत अचानक बिगड़ने लगी इससे पूरा परिवार परेशान हो उठा।
प्रभु की कृपा से ट्रेन में बची एक बच्चे की जान; ट्वीट से भेजी डॉक्टरों की टीम
बच्चे को बुखार और उल्टियां हो रही थीं। कंपार्टमेंट में कोई मदद मिलती न देख अमित ने मुंबई में साफ्टवेयर इंजीनियर अपने भाई नीलेश को इसकी सूचना दी। अमित ने बताया कि भाई को इस संबंध में जानकारी दी तो वह भी परेशान हो उठा। उसने मेरे बेटे की बिगड़ती तबियत के बारे में रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर जानकारी दी। अमित के अनुसार घंटेभर बाद ही अगले स्टेशन पर चार डॉक्टरों की एक टीम जिसमें एक सीनियर डॉक्टर भी थे बेटे के इलाज के लिए मौजूद थी।
इस वाकये से काफी उत्साहित दिख रहे अमित ने कहा कि वह रेल मंत्री के शुक्रगुजार हैं जो उन्होंने इनती तेजी से कार्यवाही की। ट्रेन में परिवार के साथ सफर के दौरान मैं पूरी तरह असहाय था ऐसे समय वे डॉक्टर मेरे लिए भगवान बन कर आए। दूसरी ओर जब अमित अपने बेटे मनन के साथ जोधपुर पहुंचे तब तक उनकी हालत में काफी सुधार हो चुका था। इसके बाद उसके चाचा नीलेश ने दोबारा रेल मंत्री को ट्वीट कर उनका आभार जताया। इससे पहले भी रेल मंत्री ट्विटर के जरिए रेल में सफर करने वाले लोगों की कई बार मदद करके सुर्खियां बटोर चुके हैं।