New Delhi: देशभर में बेटी बटाओ अभियान बस नाममात्र के लिए चल रहा है। आज भी बेटियों की लाशें सड़क पर, कांटेदार झाड़़ियों पर पड़ी मिल जाती है। बेटियों की हत्या की इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के इंदौर से एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। सागौर कुटी रोड पर पेट्रोल पंप के पास शनिवार को एक नवजात बच्ची का शव मिला है। बच्ची के शरीर पर फफूंद लग चुका है।अभी-अभी: पुलवामा में हुआ आतंकी हमला, पुलिस का एक जवान शहीद, सात जवान भी जख्मी
कचरे में बच्ची की लाश की जानकारी मिलते ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस के मुताबिक नवजात को फेंकने वालों की तलाश की जा रही है। इससे पहले गुजरात में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था। जहां नवजात बच्ची के पैदा होते ही मां-बाप ने उसे कांटेदार झाड़ियों में फेंक दिया था।
गुजरात राज्य में ऊना शहर में झाड़ी के नीचे एक नवजात बच्ची पाई गई थी। बच्ची का शरीर कांटों से भरा हुआ था। मिली जानकारी के मुताबिक, मां-बाप ने बच्ची को सिर्फ इसलिए फेंक दिया क्योंकि उन्हें एक लड़के की चाह थी।
फिलहाल बच्ची के मां-बाप का अभी पता नहीं चल पाया है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि यह मामला भारत में रहने वाले उन गरीब परिवारों का है जो लड़कियों को बोझ मानती है। तस्वीर में दिख रही बच्ची एक कचरे में सनी हुई है। वह पूरी तरह से जख्मी है। उसके पूरे शरीर से फफूंद लग चुका है। बच्ची को इस हाल में जिसने भी देखा वह रो पड़ा।
बता दें कि पुलिस बच्ची के मां-बाप की तलाश में जुटी हुई है। दरअसल, भारत के कई इलाके ऐसे हैं जहां गरीबी की वजह से लोग लड़कियों को एक अभिशाप मानते हैं। और वित्तीय बोझ समझते हैं। संयुक्त राष्ट्र के बच्चों के फंड (यूनिसेफ़) का अनुमान है कि भारत की आबादी में गर्भस्थता और सेक्स चयनात्मक गर्भपात के परिणामस्वरूप 50 मिलियन लड़कियां और महिलाएं गायब हैं।