आज 15 अप्रैल 2021 दिन गुरुवार को चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है। आप सभी जानते ही होंगे नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की विधि-विधान से पूजा की जाती है। जी दरअसल धार्मिक मान्यता को माने तो मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना करने से भक्त निर्भय और सौम्य बनता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ चंद्रघंटा की आरती।
माँ चंद्रघंटा प्रार्थना मंत्र:
पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
माँ चंद्रघंटा स्तुति:
या देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
माँ चंद्रघंटा की आरती-
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
चंद्र समान तुम शीतल दाती।
चंद्र तेज किरणों में समाती।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
क्रोध को शांत करने वाली।
मीठे बोल सिखाने वाली।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
मन की मालक मन भाती हो।
चंद्र घंटा तुम वरदाती हो।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
सुंदर भाव को लाने वाली।
हर संकट मे बचाने वाली।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
हर बुधवार जो तुझे ध्याये।
श्रद्धा सहित जो विनय सुनाएं।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
मूर्ति चंद्र आकार बनाएं।
सन्मुख घी की ज्योति जलाएं।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
शीश झुका कहे मन की बाता।
पूर्ण आस करो जगदाता।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
कांचीपुर स्थान तुम्हारा।
करनाटिका में मान तुम्हारा।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
नाम तेरा रटूं महारानी।
भक्त की रक्षा करो भवानी।
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।