मंडल की पुलिस ने हाल ही में मुख्यमंत्री को दी अपनी रिपोर्ट में हत्या, डकैती, लूट, अपहरण जैसे जघन्य अपराधों का ब्योरा दिया है। पिछले माह खत्म हुए वित्तीय वर्ष में पुलिस के मुताबिक चित्रकूट जिले में डकैती का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ, जबकि पूरे बुंदेलखंड में सिर्फ चित्रकूट जिला ही डकैतों का गढ़ है। आज भी यहां पांच लाख का इनामी डकैत बबुली कोल, एक लाख का इनामी गौरी यादव सहित कई दस्यु गिरोह सक्रिय हैं। धर्मनगरी में हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। सालभर में 26 हत्याओं के मामले दर्ज हुए हैं। इनमें 55 आरोपी हैं, इसमें से पुलिस ने 49 को गिरफ्तार किया है।
एक ने अदालत में समर्पण किया, जबकि एक की मृत्यु हो गई। दो की कुर्की और दो कार्रवाई के लिए शेष हैं। धर्म नगरी में लूट के छह मामले दर्ज हुए। इसके 23 अभियुक्तों में 15 गिरफ्तार हुए। चार ने अदालत में आत्मसमर्पण किया। तीन की कुर्की हुई। एक अभी फरार है। फिरौती के लिए अपहरण की घटनाएं सिर्फ दो बताई गई हैं। इनमें 14 अभियुक्तों में से सात की गिरफ्तारी हुई है। एक की मृत्यु हो गई और 6 की कुर्की की गई है। धर्मनगरी वाले इस जिले में एक वर्ष के अंदर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के कुल 1266 मामले दर्ज हुए हैं।
आल्हा-ऊदल की वीर भूमि महोबा में डकैती के चार मामले दर्ज हुए हैं। इनमें दो को पुलिस ने खारिज कर दिया। 11 अभियुक्तों में से सात गिरफ्तार हुए। यहां लूट की 19 रिपोर्ट दर्ज हुई। चार को पुलिस ने खारिज कर दिया। 15 मामलों में कुल 40 अभियुक्त हैं। 36 को गिरफ्तार किया गया। चार फरार हैं। महोबा में एक वर्ष के अंदर हत्याओं के 33 केस दर्ज हुए। 4 पुलिस ने खारिज कर दिया। 39 में 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। यहां फिरौती हेतु कोई अपहरण का मामला दर्ज नहीं किया गया है। पूरे वर्ष में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के कुल 1191 प्रकरण दर्ज हुए।
बांदा जिले में हाल ही में मुख्यमंत्री को पेश किए गए मंडल के आपराधिक आंकड़ों में बांदा जिले की पुलिस ने सिर्फ मार्च के ही आंकड़े दर्शाएं। इन आंकड़ों के मुताबिक जिले में 2 हत्याएं और 3 लूट की घटनाएं हुईं। डकैती और अपहरण की कोई घटना दर्ज नहीं हुई। जबकि बीते वर्ष में जनपद में हत्याओं का आंकड़ा 44 से ज्यादा रहा।
ब्यूरो बांदा जिले की पुलिस ने नामजद आरोपियों को क्लीन चिट देने और दर्ज रिपोर्टों को खारिज करने से भी परहेज नहीं किया। मंडल के तीन जिलों बांदा, चित्रकूट और महोबा के आंकड़ों के मुताबिक हत्या, डकैती और अपहरण के कुल 6 केस खारिज कर दिए गए। इनमें हत्या के 4 और डकैती के 2 मामले शामिल हैं। 44 नामजद आरोपियों को क्लीन चिट दे दी। इनमें हत्या के 32 और डकैती के 12 आरोपी शामिल हैं। 129 आरोपियों में सिर्फ 106 को गिरफ्तार किया। 5 आरोपी अदालत में हाजिर हो गए। 10 की कुर्की हुई। ब्यूरो