कोरोना महामारी के बीच कल 14 सितबंर से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है. इस बार सत्र शुरू होने से पहले कोई सर्वदलीय बैठक नहीं होगी. पिछले बीस सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ कि सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाया गया हो. क्योंकि किसी भी सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाने की एक परंपरा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस बार कोरोना महामारी के चलते सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाया गया. वहीं कल से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र को लेकर विपक्ष चीन के मुद्दे, कोरोना महामारी, देश में बढ़ती बेरोजगारी समेत कई सवालों के जवाब को लेकर आक्रमण है.
मीडिया के बातचीत में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन के मुद्दे पर हम चर्चा करना चाहते हैं कि क्या हो रहा है और क्या होने वाला है. विपक्ष चाहते है कि भारत सरकार चीन को लद्दाख के मुद्दे पर सरकार चीन को माकूल जवाब दे, आंखों में आंख डालकर चीन के खिलाफ बात करे. देश की सरकार को कांग्रेस पार्टी की तरफ से हम पूरी मदद करने के लिए तैयार बैठे हैं.
वहीं उन्होंने देश ने प्रवासी मजदूरों, बेरोजगारी और आर्थिक मोर्चे पर चर्चा के लिए चर्चा करने को लीके उनकी पार्टी ने प्रस्ताव में हमने सरकार से कहा है कि संसद में हमारी आवाजा सुनी जानी चाहिए.
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्यवाही अलग-अलग पालियों में सुबह 9 बजे से 1 बजे तक और 3 बजे से 7 बजे तक चलेगी.
संसद सत्र की शुरुआत 14 सितम्बर को होगी और इसका समापन 1 अक्टूबर को प्रस्तावित है. सिर्फ पहले 14 सिंतबर को छोड़कर राज्यसभा की कार्यवाही सुबह की पाली में चलेगी जबकि लोकसभा शाम की पाली में बैठेगी.