अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस बात पर सहमति जताई है कि केवल सेना के जरिए अफगानिस्तान की समस्या का समाधान नहीं निकाला जा सकता है।

दोनों नेताओं ने माना है कि बातचीत के जरिए ही इस युद्धग्रस्त देश में स्थाई शांति लाई जा सकती है। इमरान खान के साथ पहली बार द्विपक्षीय बातचीत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने रुख में नरमी लाते हुए कहा कि पाकिस्तान मौजूदा वक्त में अफगान शांति प्रक्रिया में मदद कर रहा है। इमरान खान ने आतंकवाद के मुद्दे पर घडि़याली आंसू बहाते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ पिछले 15 वर्षों से लड़ाई लड़ रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बीते कुछ हफ्तों में शांति प्रक्रिया में काफी तरक्की हुई है और यह भी सौ फीसद सच है कि पाकिस्तान इसमें बेहद मददगार साबित हुआ है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि यह बेहद नाजुक दौर है। हम देशों के बीच सहमति बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने अमेरिकी राष्ट्रपति को आश्वस्त किया है कि हम उनके साथ है और अफगानिस्तान में शांति चाहते हैं। पाकिस्तान के पीएम ने आतंकवाद के मुद्दे पर घडि़याली आंसू बहाते हुए यह भी कहा कि उनका देश पिछले 15 वर्षों से आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal