‘पाकिस्‍तानी ड्रोन’ अटारी बॉर्डर के पास मिला, आतंकियों ने छिपा रखे हैं और चार ड्रोन

पाकिस्‍तान पंजाब में आतंकी वारदात कराने के नापाक मंसूबे से बाज नहीं आ रहा है। अब अमृतसर के पास अटारी बॉर्डर के पास शुक्रवार को पाकिस्‍तानी ड्रोन मिला है। इससे हड़कंप मच गया है।

तरनतारन के बॉर्डर एरिया में आतंकियों द्वारा चार और ड्रोन छिपाए जाने का खुलासा हुआ है। पाकिस्‍तानी ड्रोन से सीमा क्षेत्र में हथियार पहुंचाने की बड़ी साजिश है। खेमकरण क्षेत्र में ड्रोन से हथियार भेजे जाने के बाद लगातार खुलासे हो रहे हैं।

झाडियों में छिपाकर रखा गया था ड्राेन को, पूरे क्षेत्र में चल रहा है सर्च ऑपरेशन

भारत-पाकिस्‍तान सीमा पर अटारी बॉर्डर के पास महाभा गांव में एक ड्रोन मिला है। इसके बाद बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने पूरे क्षेत्र को अपने घेरे में ले लिया है। पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। फिलहाल पुलिस को इस बारे में कोई और विस्‍तृत जानकारी नहीं दी हैI

खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकियों की निशानदेही पर पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा ने अटारी के पास एक और ड्रोन बरामद किया हैI यह ड्रोन आतंकियों ने झाड़ियों में छुपा कर रखा थाI पुलिस अटारी के पास केे नालों की भी जांच कर रही हैI

दूसरी ओर, पिछले दिनों पकड़े गए खालिस्‍तानी आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि पाकिस्‍तान से चार और ड्रोन हथियार लेकर भेजे गए थे और इनको खालिस्‍तानी आतंकियों ने तरनतारन क्षेत्र में छिपा दिया था। इनकी तलाश में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां जुट गई हैं। इसके लिए व्‍यापक सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

तरनतारन के चोहला साहिब के पास से चार दिन पहले गिरफ्तार खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के आतंकियों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि झब्बाल क्षेत्र में चार ड्रोन अभी और हैं।

इस इनपुट के बाद को काउंटर इंटेलीजेंस की टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल वीके जौहरी आज भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा करेंगे।

गांव दोदे की नगर में दिन भर डुबकी लगाते रहे सुरक्षा बल, गोताखोरों की भी ली मदद

गिरफ्तार बाबा बलवंत सिंह निहंग से मिली जानकारी के मुताबिक झब्बाल व खेमकरण के क्षेत्र में कुल चार ड्रोन अभी छिपाए गए हैं। इसी सूचना के आधार पर काउंटर इंटेलीजेंस की टीम ने तरनतारन के पास गांव दोदे की नहर को खंगाला।

पूरे इलाके को सील करके एक दर्जन गोताखोरों की मदद से इस टीम ने नहर का करीब एक किलोमीटर का (पुल के दोनों तरफ) इलाका खंगाला।

एसएसपी ध्रुव दहिया द्वारा भी मौके का जायजा लिया गया। ड्रोन के माध्यम से पाक से एके-47 सहित अन्य हथियार आतंकियों के पास पहुंचे हैैं जिन्हें चार दिन पहले बरामद किया गया।

गिरफ्तार आतंकी बाबा बलवंत सिंह निहंग निवासी गांव वडि़ंग ने कबूल किया है कि उसकी जिम्मेदारी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) से जुड़े रहे आतंकियों के साथ मेलजोल बनाने की थी।
19 सितंबर को खडूर साहिब के मेले के दौरान वह एक अन्य साथी समेत इन आतंकियों से मेले में मिला था। इसके बाद दोपहर का खाना खाने लिए अपने घर गांव वडि़ंग गया था।

गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में

वहां पर बाबा बलवंत ने अमृतसर में पढ़ाई कर रही अपनी लड़की अमन कौर के लिए कुछ पैसे भी दिए थे। यह पैसे कितने थे और किसको सौंपे गए थे, यह अभी जांच के दायरे में है। बाबा बलवंत सिंह निहंग के संबंध पहले बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ भी थे।
वह पहले सक्रिय रहे कितने आतंकियों को मिला यह अभी पुष्टि नहीं हो पाई। गौर हो कि गांव वडि़ंग, वरिया, चोहला साहिब, सुहावा, सरहाली, सखीरा, जोड़ा आदि गांव में आतंकवाद के समय बब्बर खालसा के आतंकी सरगर्म थे।
केजेडएफ का एक और आतंकी तरनतारन से गिरफ्तार

उधर, जर्मनी में छिपे आतंकी गुरमीत सिंह बग्गा के भाई की गिरफ्तारी के बाद खालिस्तानजिंदाबाद फोर्स के एक और आतंकी शुभदीप सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। लगातार दूसरे दिन पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा को बड़ी कामयाबी मिली। शुभदीप सिंह के खिलाफ पहले भी स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल में अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज है।

जिला तरनतानर के गांव चीचा का रहने वाला आतंकी शुभदीप सिंह पाकिस्तान से चाइनीज ड्रोन से गिराए गए हथियारों को ठिकाने लगाने में अहम भूमिका निभा चुका है।

खेमकरण क्षेत्र में हथियार लाने वाला ड्रोन झब्बाल के इसी गोदाम में छिपाया गया था।

पूछताछ में सामने आया कि वह खेमकरण सेक्टर के साथ लगती कंटीली तार वाले क्षेत्र से अच्छी तरह परिचित है। ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियारों को आतंकी आकाशदीप ङ्क्षसह के साथ तलाश करने के बाद हथियारों की खेप को उठाने और उसे संभालने की सारी साजिश शुभदीप ही रचता था। 

खुफिया शाखा ने शुभदीप को फिलहाल पुराने केस में गिरफ्तार किया है। पाकिस्तान से आए हथियारों की खेप को ठिकाने लगाने और गैर कानूनी गतिविधियों के आरोप में उसकी गिरफ्तारी भी आज डाली जाएगी।

फिलहाल शुभदीप को उसके साथी बलवंत सिंह उर्फ बाबा उर्फ निहंग, आकाशदीप सिंह, हरभजन सिंह, बलबीर सिंह, जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए आतंकी मान सिंह को एक साथ जेआइसी में इंटेरोगेट किया जा रहा है। एजेंसियां पूछताछ में हो रहे खुलासों की कडिय़ां जोडऩे में लगी रही।

जहां बरामद हुआ ड्रोन, एनआइए ने की उस गोदाम में जांच

वीरवार को नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) के पांच सदस्यों की टीम ने झब्बाल क्षेत्र के उन इलाकों का दौरा किया जहां पाकिस्तानी ड्रोन ने हथियार गिराए थे।
एनआइए की टीम यहां कई घंटे रुकी और झब्बाल के उस गोदाम में भी जांच की जहां आतंकियों ने ड्रोन को छुपाया था। टीम ने यहां से कुछ सैैंपल भी लिए हैैं। एनआइए की टीम ने स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल और काउंटर इंटेलिजेंस की टीम के सदस्यों के साथ जांच के कुछ बिंदुओं पर बातचीत की।

आकाओं के आदेश का इंतजार कर रहे थे गिरफ्तार किए आतंकी

पूछताछ में यहा बात सामने आई कि गिरफ्तार किए गए आतंकी पकड़े गए हथियारों के प्रयोग के लिए अपने आकाओं के अगले आदेश का इंतजार कर रहे थे। उन्हें अगले आदेशों तक हथियारों को महफूज रखने के लिए कहा गया था। यह बात भी सामने आई है इन हथियारों को आगे भी डिलीवर किया जाना था, परंतु अभी उन्हें इसके आदेश नहीं मिले थे।

बग्गा के भाई आतंकी गुरदेव सिंह रिमांड पर

आतंकी बग्गा के भाई आतंकी गुरदेव सिंह को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने गुरदेव सिंह को 3 अक्‍टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

पट्टी रोड पर खाली प्लॉट से मिले दो बम

तरनतारन में पट्टी रोड पर गांव लौहका स्थित बंद पड़े लुक प्लॉट के पास दो बम मिले हैं। यह बम झाडिय़ों की सफाई के दौरान बरामद हुए, जो काफी पुराने बताए जाते हैं। गांव लौहका का लुक प्लाट पांच वर्ष पहले से बंद पड़ा है। इसके आसपास उगी झाडिय़ों की कुछ दिनों से सफाई करवाई जा रही थी।

शुक्रवार शाम सफाई कर रही महिलाओं ने झाडिय़ों में दो बम देखे। महिला ऊषा राणी ने बताया कि बम देखकर उसने बाकी लेबर को पीछे हटा दिया। उसके बाद सरपंच अजीत सिंह को सूचना दी गई। मौके पर एसएसपी ध्रुव दहिया, एसपी आई जगजीत सिंह वालिया, डीएसपी कमलप्रीत सिंह मंड पहुंचे और इलाके की घेराबंदी की। जांच के दौरान पता चला कि यह दोनों बम काफी पुराने थे।

मौके पर बीएसएफ की टीम को बुलाया गया, जिसने दोनों बम अपने कब्जे में ले लिए। सूत्रों की मानें तो लुक प्लाट वाले क्षेत्र में अकसर आर्मी द्वारा डेरा लगाया जाता रहा है। ये बम भी आर्मी से संबंधित हो सकते हैं। वह काफी पुरानी हालत में थे। अगर यह बम चल जाते तो बड़ा नुकसान हो सकता था।

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