पूरी दुनिया में कोरोना का कहर जारी है. भारत और पाकिस्तान में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी बीच कोरोनोवायरस के तेजी से प्रसार के दौरान भारत में चर्चा का विषय बने तबलीगी जमात के लोग अब पाकिस्तान में भी चर्चा में हैं. पाकिस्तान में तबलीगी जमात की जमकर आलोचना हो रही है.
दरअसल, ‘डॉन’ के मुताबिक जमात ने बीते महीने पाकिस्तान में अपना सालाना कार्यक्रम किया था. आश्चर्य की बात यह है कि पाकिस्तान की पंजाब सरकार द्वारा विरोध के बावजूद भी जमात ने वहां अपना सालाना कार्यक्रम आयोजित किया. पंजाब स्पेशल ब्रांच ने बताया कि 10 मार्च को हुए कार्यक्रम में 70 से 80 हजार लोगों ने शिरकत की थी.
उधर इसी कार्यक्रम को लकार तबलीगी जमात के प्रबंधन ने दावा किया कि उनके सालाना कार्यक्रम में ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे. साथ ही इस सभा में 3,000 ऐसे लोग शामिल थे जो 40 देशों से आए थे लेकिन वापस नहीं जा सके क्योंकि पाकिस्तान ने कोरोना वायरस के चलते सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाई हुई है. इनमें से अमेरिका, ब्रिटेन और फिलीपींस के लोग भी शामिल थे.
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस से मरने के बाद शव को जलाया जाए या दफनाया, जानिए…
रायविंद मरकज के इस कार्यक्रम को लेकर जब सरकार ने रद्द करने का निर्देश दिया तो भी जमात ने कार्यक्रम रद्द नहीं किया. इसके बाद शीर्ष अधिकारियों को दखल देना पड़ा. लाहौर के पुलिस अधिकारी हमीद ने जमात के पदाधिकारियों से बात की और लाहौर डिविजन के कमिश्नर और डीआईजी ने मरकज का दौरा किया. इसके बाद 6 दिनों के इस आयोजन को घटाकर तीन दिन का कर दिया गया, लेकिन फिर भी मामला उल्टा पड़ गया.
रिपोर्ट के मुताबिक रायविंद शहर में हुए तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम के बाद वहां सैकड़ों जमातियों के कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने लगे. जिसके बाद दो लाख जनसंख्या वाले इस शहर को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया. संगठन पर आरोप है कि उन्होंने कार्यक्रम को लेकर प्रशासन के आदेशों व हिदायतों को अनदेखा किया है.
पंजाब के स्वास्थ्य संगठनों ने भी तबलीगी जमात की आलोचना करते हुए कहा है कि जमात सदस्यों की लापरवाही की वजह से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. मरकज से लौटने के बाद ये लोग अपने इलाकों में लोगों को शिक्षा देने निकल गए. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक तबलीगी जमात के टेस्ट किए गए 10,263 सदस्यों में से 539 लोग अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 404 रायविंद मरकज से जबकि 31 लोग हाफिजाबाद से हैं.
पंजाब प्रांत के कुल पॉजिटिव लोगों की संख्या 2160 के पार हो चुकी है. इसका मतलब यह हुआ कि पंजाब प्रांत में हर चौथा कोरोना पॉजिटिव जमाती है. इस बीच, पंजाब में स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह भी घोषणा की है कि पंजाब में कोरोना वायरस के मामले तबलीगी जमात के सदस्यों की लापरवाही के कारण बढ़ रहे हैं, जो उन क्षेत्रों में लौटने के बाद अपने प्रचार के हिस्से के रूप में जनता से मिलते रहे. इस कार्यक्रम ने शामिल लगभग जमाती पंजाब के 36 जिलों में आइसोलेट किए गए हैं.
पंजाब प्रांत के स्वास्थ्य अधिकारी अभी भी हजारों अन्य जमातियों की तलाश कर रहे हैं जो कार्यक्रम में शामिल थे और अपने घरों में लौट आए हैं, अगर समय पर पता नहीं लगाया गया और अलग-थलग नहीं किया तो वे वायरस के प्रसार के एक बड़े कारण होंगे.
समाचार एजेंसी ‘डॉन’ के अनुसार ताजे आंकड़े की बात करें तो अब तक पाकिस्तान में संक्रमित मामलों की संख्या 4300 की पार हो चुकी है, जबकि 63 लोगों की मौत हो चुकी है. ये आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. उधर तबलीगी जमात के सैकड़ों सदस्यों के पॉजिटिव मिलने के बाद रायविंद शहर को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है.
मालूम हो कि भारत में भी तबलीगी जमात के लोगों की आलोचना हुई थी. दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में हुए एक कार्यक्रम में देश-विदेश के 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे. इसके बाद यहां से संक्रमण का कनेक्शन भारत के कई राज्यों से जुड़ा और संक्रमण के केस अचानक से तेज होते चले गए.