पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सांबाड़ी शहर में एक पत्रकार की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. पत्रकार जीशान अशरफ बट्ट को जिस वक्त गोली मारी गई, उस वक्त वह पुलिस को फोन करके कह रहे थे कि उनको मारने के लिए संघ परिषद के एक अध्यक्ष आ रहे हैं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, पत्रकार जीशान अशरफ बट्ट स्थानीय अखबार नवा-ए-वक्त के लिए काम करते थे. मंगलवार को उन्होंने पुलिस को फोन किया और बताया कि संघ परिषद के एक अध्यक्ष इमरान चीमा उन्हें गोली मारने के लिए आ रहे हैं. उसी वक्त कुछ बदमाश आए और उन्हें गोली मारकर फरार हो गए.
बताते चलें कि पाकिस्तान में इनदिनों पत्रकारों की हालत बहुत खराब है. जुल्म और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को सीधे गोली मार दी जा रही है. हाल ही में रावलपिंडी में अज्ञात हमलावरों ने एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मारे गए पत्रकार का नाम अंजुम मुनेर राजा है. उनकी उम्र 40 वर्ष थी.
पुलिस ने बताया था कि अंजुम देर रात बाइक से अपने घर लौट रहे थे. उसी वक्त हमलावरों ने उसे गोली मार दी. यह घटना पाकिस्तानी सेना के राष्ट्रीय मुख्यालय के पास बैंक रोड पर हुई थी. अंजुम के सिर, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर छह गोलियां मारी गई थी. इससे अंजुम की मौके पर ही मौत हो गई.
वहीं, मोहम्मद हरसू का बेटा डब्ल्यू मियां कई दिनों तक फरार रहने के बाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. पूर्व मुखिया के पति मोहम्मद हरसू और पत्रकार नवीन निश्चल के बीच किसी खबर को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद हरसू ने नवीन को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. रामनवमी जुलूस के कवरेज से नवीन और विजय घर लौट रहे थे.
रास्ते में उन्हें घेर लिया गया. हरसू और उसके बेटे ने अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से नवीन की बाइक में जोर दार टक्कर मारी. दोनों नीचे गिर गए, तो गाड़ी से कुचल कर उनकी हत्या कर दी. इसके बाद आरोपी वहां से फरार होने लगे. ग्रामीणों को सूचना मिली, तो घटनास्थल की तरफ भागे. लोगों ने गाड़ी को आग के हवाले कर दिया.