कश्मीर मामले पर दुनिया में अलग-थलग पड़ चुके पाकिस्तान ने देशों को अपनी बात बताने के लिए कोशिशों को जारी रखने का फैसला किया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीर मसले पर अब 35 देशों के नेताओं से बातचीत करेंगे.
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अवसर पर 35 देशों के प्रतिनिधियों के सामने कश्मीर पर अपना पक्ष रखने का फैसला किया है. इनमें अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस के राष्ट्रपति और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री शामिल होंगे.
प्रधानमंत्री इमरान खान संयुक्त राष्ट्र (UNGA) की 74वीं महासभा में देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. उनके साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी मौजूद रहेंगे. पाकिस्तानी नेता महासभा से इतर 35 देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करके उन्हें कश्मीर के गंभीर हालात के बारे में जानकारी देंगे.
इमरान खान और महमूद कुरैशी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के 10 अस्थायी सदस्यों, इस्लामी देशों के शासकों और प्रतिनिधियों व कई अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. विदेश सचिव सोहैल महमूद ने पत्र भेजकर इन देशों में नियुक्त पाकिस्तान के दूतों से वहां अधिकारियों से संपर्क कर न्यूयॉर्क में होने वाली मुलाकात को तय करने के लिए कहा है.
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान एक ही छत के नीचे तीन दिन तक एक साथ होंगे लेकिन इनके बीच बातचीत होने या दोनों नेताओं के हाथ मिलाने की उम्मीद नहीं है. इसी तरह कुरैशी और उनके भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर कई बैठकों में साथ शिरकत करेंगे लेकिन इनके बीच भी सीधी बातचीत की कोई उम्मीद नहीं है.
बताया जा रहा है कि न्यूयॉर्क से लौटने के बाद इमरान खान सऊदी अरब की यात्रा पर जाएंगे और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करेंगे.