खेल जगत की हस्तियों को पद्म पुरस्कार दिए जाने के साथ ही विवादों की शुरुआत हो गई है। देश की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने खिलाड़ियों को पद्म पुरस्कार देने के तरीके पर सवाल उठाते हुए पूरी प्रक्रिया को अनुचित बता दिया। गौरतलब है कि इस बार खेल जगत की कई हस्तियों को पद्म पुरस्कार के लिए चुना गया है।
वर्ल्ड चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता विनेश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पत्र पोस्ट करते हुए पद्म पुरस्कार चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया। विनेश ने कहा- हर साल हमारी सरकार कई खिलाड़ियों को पुरस्कार देती है।इन पुरस्कारों से खिलाड़ी अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं। लेकिन सरकार ने योग्य उम्मीदवारों का चयन नहीं किया है। कई बार देखा जाता है कि पुरस्कारों के लिए चयन में मौजूदा उपलब्धियों या पिछले कुछ समय की सफलता को सम्मान नहीं मिलता। ऐसा लगता है कि योग्य खिलाड़ी को हर बार छोड़ दिया जाता है।
2020 पुरस्कारों में भी ऐसा ही हुआ। कौन फैसला करता है कि किसे पुरस्कार मिलेगा। क्या ज्यूरी में मौजूदा और पूर्व खिलाड़ी शामिल हैं। यह काम भी कैसे करता है। अंत में यह सब कुछ थोड़ा अनुचित नजर आता है।
बता दें कि विनेश फोगाट लगातार तीन बार से इन पुरस्कारों की उम्मीद लगाए हुए थी। लेकिन इस बार भी उन्हें ये प्रतिष्ठित पुरस्कार नहीं मिला।
2016 में अर्जुन अवॉर्ड पाने वाली विनेश ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के 53 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। 2018 में भारतीय खेल प्राधिकरण की ओर से विनेश का नाम पद्मश्री अवॉर्ड के लिए भेजा गया था।
इस बार खेल जगत से मुक्केबाज मैरीकॉम को पद्म विभूषण, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को पद्म भूषण, और भारतीय क्रिकेटर जहीर खान, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, पुरुष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान एमपी गणेश, निशानेबाज जीतू राय, महिला फुटबॉल टीम की पूर्व कप्तान ओइनम बेमबेम देवी और तीरंदाज तरुणदीप राय को पद्मश्री अवॉर्ड के लिए चुना गया।