जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले और उसके बाद चले एनकाउंटर को लेकर आज सुरक्षाबलों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. प्रेस कॉन्फ्रेंस में CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इनमें चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिलौन्न, श्रीनगर के आईजी एसपी पाणी, CRPF के आईजी जुल्फिकार हसन और GoC विक्टर फोर्स के मेजर जनरल मैथ्यू शामिल हुए.
साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिलौन्न ने कहा कि हम लोग पिछले काफी समय से जैश ए मोहम्मद के आतंकियों पर नजर बनाए हुए थे. जैश के आतंकियों ने ही पुलवामा में आतंकी हमला किया था. हमने पुलवामा हमले के 100 घंटे के अंदर घाटी में मौजूद जैश की लीडरशिप को खत्म कर दिया है.
उन्होंने जम्मू-कश्मीर की महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों को समझाएं और उन्हें सरेंडर करने को कहें. उन्होंने कहा कि सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है, अब अगर जो भी सेना के खिलाफ बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि कोई भी नागरिक घायल हुए. सेना के अफसरों ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के पीछे ISI का हाथ था, उनकी मदद से ही जैश ने हमला किया था.
पुलवामा में हुआ था आतंकी हमला
आपको बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के आतंकी ने CRPF के काफिले पर हमला कर दिया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद से ही पूरा देश आक्रोश में है.
पुलवामा में ही चला था एनकाउंटर