देश की सभी आइआइटी की परिषद की शुक्रवार को मानव संसाधन विकास मंत्री (एमएचआरडी) रमेश पोखरियाल निशंक के साथ बैठक हुई जिसमें विभिन्न एजेंडे पर बातचीत की गई। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह लिया गया है कि देश की सभी आइआइटी में एमटेक की फीस को बीटेक की फीस जितना बढ़ाया जाए।
आइआइटी दिल्ली के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीटेक की ट्यूशन फीस अभी साल की 2 लाख रुपये और एमटेक की 20 हजार रुपये है। यह सामान्य श्रेणी की फीस है। इसे अगले तीन वर्ष में बढ़ाने का फैसला बैठक में लिया गया है।
एमटेक की बढ़ी हुई फीस अगले वर्ष से लागू हो सकती है। आइआइटी में एमटेक पाठ्यक्रम में गेट प्रवेश परीक्षा से दाखिला होता है। एमटेक की फीस को बीटेक की फीस तक लाया जाए यह बिंदु परिषद की बैठक के एजेंडे में मौजूद था। जिसे स्वीकृति दे दी गई है।
साथी ही आइआइटी में कार्यरत प्रोफेसर की सेवाओं का हर साढ़े पांच साल में मूल्यांकन किया जाएगा कि वह कैसा काम कर रहे हैं। आइआइटी में अब जितने भी नए प्रोफेसर आएंगे उनके काम का मूल्यांकन भी हर साढ़े पांच साल में किया जाएगा। जिनके काम सही तरह से संचालित नहीं पाए जाएंगे तो उन्हें संस्थान छोड़ेने के लिए कहा जा सकता है।
इससे पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने के बाद नया फीस चार्ट जारी किया था। इसके तहत बीटेक, एमबीए, एमएससी, स्नातकोत्तर के सभी विषय व पीएचडी की फीस बढ़ा दी गई है।
सत्र 2019-20 से बीटेक छात्रों को प्रति सेमेस्टर 1,03,550 रुपये फीस देनी होगी, जो पिछले वर्ष तक 1,02,192 रुपये थी। वहीं, छात्रावास मेस की फीस 11,200 से बढ़ाकर 12,125 कर दी गई है।