बिहार: विस्कोमान चुनाव में एमएलसी सुनील सिंह को बड़ा झटका लगा है। इस चुनाव मे उनकी पत्नी हार गई हैं। उन्हें मात्र 8 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी को 12 वोट मिले हैं।
विस्कोमान के चुनाव में राजद एमएलसी सुनील सिंह को जोर का झटका लगा है। मतदान के बाद यह स्पष्ट हुआ कि वोट की कमी की वजह से वंदना सिंह हार गयीं। उन्हें 8 वोट मिले, जबकि विशाल सिंह को 12 वोट मिले हैं। सुनील सिंह बार-बार सरकार पर यह आरोप लगा रहे थे कि सरकार चुनाव नहीं कराना चाह रही है। उनका आरोप था कि सरकार यह नहीं चाहती है कि सुनील सिंह की टीम आगे आये। चुनाव भी सरकार नहीं कराना चाहती है। अब चुनाव भी हो गया और मतदान भी समाप्त हो गया है।
जानिये कौन है विशाल कुमार सिंह
बिस्कोमान के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित विशाल कुमार सिंह की पारिवारिक पृष्ठभूमि पूर्व से ही सहकारिता के राजनीति से जुड़ी हुई है। उनके दादा तपेश्वर प्रसाद सिंह देश के सहकारिता के बड़े नेता रह चुके हैं। विशाल सिंह के पिताजी अजीत सिंह जो जदयू से पूर्व सांसद तो उनके दिवंगत होने के बाद उनकी मां मीना सिंह भी बिक्रमगंज का सांसद रह चुकी है। विशाल सिंह लंबे समय से नेफेड के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं। वहीं उनके ससुराल की बात की जाए तो राष्ट्रीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष सह यूपी के केशरगंज लोकभसभा के छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह विशाल सिंह के ससुर हैं। अभी वर्तमान में विशाल के बड़े साले विधायक हैं तो वहीं छोटे साले करण भूषण सिंह पिता के ही सीट केशरगंज से सांसद हैं। विशाल सिंह फिलहाल बिहार कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं।
उपाध्यक्ष पद पर काबिज हुए महेश राय
महेश राय गोपालगंज के पूर्व सांसद सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे दिवंगत नगीना राय के बड़े पुत्र है। महेश राय लगातार चार टर्म से दी गोपालगंज सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के अध्यक्ष पद पर काबिज है । इनके पिता नगीना राय भी सहकारिता के पुरोधा कहे जाते थे। देश में सहकारिता के वरिष्ठ नेताओं में उनकी भी गिनती होती थी। बिहार में को ऑपरेटिव बैंक को शिखर पर पहुंचाने में उनका अहम योगदान माना जाता है।
इनको भी जानिये
वहीं एक नजर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पिता के निधन पर नजर डालें तो पूर्व सांसद नगीना राय की जहां उनके ही विधानसभा कुचायकोट थाना क्षेत्र के भूपतिपुर में गोली मार कर हत्या कर दी गई, तो वहीं विशाल सिंह के पिता दिवंगत अजीत सिंह गोपालगंज में ही सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। सांसद रहते अजीत सिंह बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह गोपालगंज जिले के कररिया गांव निवासी सुरेंद्र सिंह के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए सिवान के रास्ते गोपालगंज जा रहे थे।
इस कार्यक्रम में महाराजगंज के वर्तमान सांसद उमाशंकर सिंह शामिल होकर गोपालगंज से सिवान के लिए लौट रहे थे। दोनों लोगों की मुलाकात गोपालगंज जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र के अमलोरी में हो गई। दोनों सांसद अपनी अपनी गाड़ी खड़ी कर आपस में हाल-चाल करने लगे। इसी बीच सिवान के तरफ से गोपालगंज के तरफ जा रही एक बस ने अजीत सिंह की गाड़ी को ठोकर मार दी। दुर्घटना में दोनों सांसद अजीत सिंह और उमाशंकर सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इलाज के दौरान अजीत सिंह का निधन हो गया।