कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बड़ा फैसला किया है। बुधवार को कैबिनेट की बैठक में बड़े फैसले किए। सरकार ने कर्मचारियों को साधने के लिए अहम फैसले किए हैं। कैबिनेट ने 5178 शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान के साथ उनकी सेवाओं को नियमित कर दिया है। इसके साथ ही नर्सों को भी नियमित करने का भी फैसला किया है।
कैबिनेट ने पिछले दिनों हड़ताल कर सरकार के लिए परेशानी खड़ी करने वाली नर्सों को नियमित करने का बड़ा फैसला किया। बुधवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 650 नर्सों की सेवाएं नियमित करने का फैसला लिया गया। लेकिन, ये नर्सें तीन साल के प्रोवेशन में रहेंगी। इस दौरान उन्हें सरकार के नियम अनुसार बेसिक तनख्वाह ही मिलेगी।
मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग द्वारा भर्ती किए गए 5178 शिक्षकों की सेवा नियमित करने को मंजूरी दी। इसमें 1 अक्टूबर 2019 ले पूर्ण वेतनमान मिलेगा। इन शिक्षकों का प्रोवेशन पीरियड भी कैबिनेट ने एक साल कम कर दिया है। नियमानुसार इन शिक्षकों का प्रोवेशन पीरियड 30 सितंबर 2020 में पूरा होना था। इन शिक्षकों को वर्तमान में 7500 रुपये प्रति माह का भुगतान किया जाता है। अब उनका न्यूनतम ग्रेड पे 15,300 प्रतिमाह तय किया जाएगा, जब तक कि उन्हें पूर्ण वेतन नहीं दिया जाता।
5178 श्रेणी के शिक्षकों में से 5078 को मास्टर कैडर में और 100 को विभागीय और वर्नाक्यूलर शिक्षकों के रूप में 2014, 2015 और 2016 में भर्ती किया गया था। मंत्रिमंडल ने यह भी निर्णय किया कि 2014, 2015 और 2016 के दौरान भर्ती किए गए उन शिक्षकों की सेवाओं को उनके दो साल के प्रोबेशन समय पूरा होने पर नियमित किया जाएगा। कैबिनेट ने परिवीक्षा अवधि को तीन साल से घटाकर दो साल कर दिया है। इसके अलावा, शिक्षकों को उनकी परिवीक्षा अवधि पूरी होने की तारीख से वरिष्ठता सौंपी जाएगी।
ईंट-भट्ठा मालिकों को राहत, जिगजैग तकनीक से अपग्रेड करने के लिए 30 सितंबर तक मिला समय
पंजाब सरकार ने ईंट भट्ठों से होने वाली प्रदूषण को रोकने के लिए भट्ठा मालिकों को 30 सितंबर तक अपने भट्ठों को जिगजैग टेक्नोलाजी में बदलने के लिए मोहलत दे दी है। यह तकनीक पंजाब स्टेट काउंसिल और साइंस एंड टेक्नोलाजी की ओर से तैयार की गई है। यह फैसला आज केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों पर शहरों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है। बता दें कि कि सरकार ने 31 मार्च तक भट्ठों के चलाने पर रोक लगा रखी थी।
पशु चिकित्सा फार्मासिस्टों व सफाई सेवकों का मानदेय बढाया
कैबिनेट ने पशुपालकों को उनके पशुओं के लिए बेहतर चिकित्या सेवाएं प्रदान करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग के सेवा प्रदाताओं (पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट) और सफाई सेवकों का वेतन बढ़ाने का फैसला किया। कैबिनेट ने सेवा प्रदाताओं का वेतन आठ हजार रुपये से बढ़ाकर नौ हजार रुपये प्रति माह कर दिया है। सफाई सेवकों काे मिलने वाली राशि को चार हजार रुपये से बढ़कार 4500 रुपये प्रतिमाह हो गया है। यह जुलाई से लागू होगा।
पंजाब कैबिनेट के प्रमुख निर्णय
– 5178 शिक्षकों को नियमित किया जाएगा। प्राेबेशन पीरियड भी तीन साल से घटाकर दो साल किया।
– 650 नर्सों की सेवाएं नियमित करने का फैसला। इनका तीन साल का प्रोबेशन पीरियड होगा। उनको बेसिक सैलरी ही मिलेगी।
– ईंट-भट्ठा मालिकों को मिली बड़ी राहत। इ्रंट भट्ठों को जिगजैग तकनीक से अपग्रेड करने के लिए सरकार ने बढ़ाया समय। अब 30 सितंबर तक समय मिला।
– कैबिनेट में राज्य के पशुपालन विभाग में कार्यरत पशु चिकित्सा फार्मासिस्टों व सफाई सेवकों का मानदेय बढ़ाने का भी फैसला किया। अब इनके 9000 रुपये और 4500 रुपये प्रति माह मिलेंगे।