नई दिल्ली । नोटबंदी से इतर आज संसद में पश्चिम बंगाल में सैन्य अभ्यास पर जबरदस्त हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा में सैन्य अभ्यास के मुद्दे पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने कहा कि ये एक रुटीन एक्सरसाइज है। पिछले साल 19 और 21 नवंबर 2015 को पश्चिम बंगाल में सैन्य अभ्यास किया गया था। लेकिन इस बार विपक्ष राजनीति से प्रेरित होकर अनर्गल प्रलाप कर रहा है। नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में सैन्य अभ्यास की गूंज
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ये एक अनोखा मामला है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था ठीक है लिहाजा सेना तैनाती का सवाल नहीं होता है। जहां तक उन्हें जानकारी है सेना टोल इकठ्ठा नहीं करती है। विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ये सेना से जुड़ा हुआ मामला है। लेकिन हमें महत्वपूर्ण मामलों से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। पश्चिम बंगाल सरकार को विश्वास में लिया गया था। सैन्य अभ्यास पिछले साल भी हुआ था। सेना को किसी तरह के विवाद में घसीटना सही नहीं है। रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि पिछले साल भी ठीक उसी जगह पर सैन्य अभ्यास किया गया था। टीएमसी की तरफ से इस मुद्दे पर जानबूझकर राजनीति की जा रही है। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि ममता बनर्जी के साथ ज्यादती की जा रही है। सेना का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। भारतीय संविधान पर ये एक बड़ा हमला है।
सरकार और विपक्ष की शह-मात में धुल सकता है शीत सत्र
लोकसभा में ममता की सुरक्षा को लेकर बवाल
राज्यसभा की तरह ही लोकसभा में भी विपक्षी दलों ने हंगामा किया। शीतकालीन सत्र में संभवत: पहली बार लोकसभा में नोटबंदी की बजाय किसी और मुद्दे पर हंगामा हुआ। दरअसल लोकसभा में गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सुरक्षा का मुद्दा छाया रहा। टीएमसी सांसदों ने कहा कि ममता बनर्जी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है। सरकार की सफाई से असंतुष्ट टीएमसी ने हंगामा जारी रखा, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही भी शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
देश से माफी मांगें प्रधानमंत्री
विपक्ष नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम मोदी से माफी की मांग कर रहा है। मोदी द्वारा संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में दिए गए बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि नोटबंदी का विरोध सिर्फ इसलिए किया जा रहा है कि उन्हें टाइम नहीं दिया गया। इसी बयान को लेकर विपक्ष पीएम मोदी से माफी की मांग कर रहा है। उधर लोकसभा में नोटबंदी पर किस नियम के तहत चर्चा हो इस पर गतिरोध के चलते सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है।