पटना [जेएनएन]। नोटबंदी के बाद अचानक धनी हो गए बैंक खातों पर आयकर विभाग की नजरें गड़ गई हैं। विभाग राज्य के ऐसे 1700 सामान्य बैंक खातों की जांच करने में जुट गई है, जिनके बेनामी या फर्जी होने की आशंका है। इसके अलावा आयकर विभाग जनधन योजना के वैसे 681 खातों की भी जांच कर रहा है, जिनमें नोटबंदी के बाद अचानक लाखों रुपये जमा हो गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बैंकों में कई फर्जी खातों के मामले मिले हैं। इनमें अधिकांश निजी बैंकों में मिले हैं। कई खाते ऐसे हैं, जो खुलने के बाद से निष्क्रिय पड़े थे। लेकिन, नोटबंदी के बाद वे अचानक सक्रिय हो गए। एेसेे 281 खातों में बिना किसी पैन नंबर का उल्लेख किए ही रुपये जमा कर दिये गये हैं। ऐसे खातों में कालाधन जमा किए जाने की अधिक आशंका है।
कई खाते ऐसे भी मिले हैं, जिनसे रुपये जमा करने के बाद कई सप्ताह तक केवल निकासी की गयी है। कईयों के ट्रांजेक्शन का पूरा ब्योरा बैंकों में नहीं है। जन-धन योजना के खातों में अचानक रुपये जमा होने के मामलों में आयकर विभाग केा आशंका है कि ये रुपये दूसरे के हैं।
खास बात यह है कि अायकर के रडार पर आए 1700 सामान्य बैंक खातों में करीब 150 सरकारी हैं, हालांकि उनमें किसी गड़बड़ी की सभावना नहीं दिखती।