पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव के बीच चीन ने लद्दाख सीमा को ध्यान में रखते हुए युद्धाभ्यास में अपनी सबसे शक्तिशाली तोप पीसीएल-181 के नए बैच को शामिल कर लिया है।
व्हीकल माउंटेड पीसीएल-181 होवित्जर तोप को चीन के सैन्य बेड़े में उच्च पर्वतीय क्षेत्र की सबसे कारगर तोप माना जाता है। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने 75वीं ग्रुप आर्मी के हवाले से इस जानकारी को सार्वजनिक किया है।
पिछले कुछ दिनों में इसी अखबार के हवाले से मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के उद्देश्य से युद्धाभ्यास के कई वीडियो जारी किए गए हैं। इनमें खासकर दक्षिणी सीमा पर स्थित लद्दाख का जिक्र भी किया जाता रहा है।
इस बार पीसीएल-181 के एक और बैच को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बेड़े में शामिल करने की बात कही गई है। इससे पूर्व दोकलम में भी पीसीएल-181 तोप को सीमा पर तैनात किया गया था।
पीसीएल-181 एक ऐसी तोप है, जिसे बख्तरबंद वाहन के ऊपर स्थापित किया गया है। 25 टन वजन की इस तोप को बेहद कम समय में ऊंचाई वाले क्षेत्र में ले जाया जा सकता है।
ऊंचे पठार क्षेत्र में ऑक्सीजन की कमी के बावजूद इंजन पर कम बोझ डालते हुए यह तोप लाई और ले जाई जा सकती है।