जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलवामा जिले में अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में गुरूवार को आतंकी हमले में घायल हुए 30 जवानों में से चार गम्भीर रूप से घायल जवानों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। अस्पताल में शहीद हुए जवानों के साथ ही अब इस हमले में शहादत पाने वाले जवानों की संख्या 48 हो गई है। गुरूवार को हुए इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे जबकि इस दौरान 30 जवान घायल हुए थे। शुक्रवार को श्रीनगर के बादामी बाग सैन्य छावनी स्थित सेना के 92 बैस अस्पताल में गम्भीर रूप से घायल चार और जवानों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया| बाकी घायल जवानों का उपचार अस्पताल में जारी है। एक अधिकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह सैन्य अस्पताल में उपचार के दौरान चार और सीआरपीएफ के जवानों ने दम तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इस हमले में 48 जवान शहीद हो गए हैं।
यह 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे घात लगाकर हमला किया गया। हमले के मद्देनजर शुक्रवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। बैठक में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, तीनों सेनाध्यक्ष और CRPF के डीजी ने भाग लिया। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग किया जाएगा। पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिया जाएगा। आतंक के समर्थकों को पछताना पड़ेगा।
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