नववर्ष के अवसर पर श्रीकृष्ण की जन्मस्थली और क्रीड़ा स्थली पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। मथुरा-वृंदावन के होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला आदि फुल हो चुके हैं। मंदिरों में हर रोज लाखों श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन कर नववर्ष में सुख-शांति की मंगलकामना कर रहे हैं। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी भी आस्था नहीं डिगा पा रही है। श्रद्धालुओं का कहना है कि वो भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर नए साल की शुरुआत करेंगे।
वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में सोमवार को भक्तों का जन सैलाब उमड़ा। सोमवार प्रात: 8:55 बजे बांकेबिहारी की शृंगार आरती के लिए जैसे ही पट खुले, मंदिर परिसर बांकेबिहारी लाल के जयकारों से गूंज उठा। खचाखच भरे मंदिर में श्रद्धालु अपने आराध्य बांकेबिहारी की एक झलक पाने के आतुर दिखे। वहीं ठाकुर राधाबल्लभ मंदिर, राधादामोदर मंदिर, निधिवन में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ रही। श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में प्रवेश के लिए भक्तों की लंबी कतारें लग गईं। कड़ाके की ठंड में देश-विदेश से आए श्रद्धालु उत्साह से सराबोर दिखे। वहीं नववर्ष को लेकर जन्मस्थान पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सघन चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।
नववर्ष के स्वागत के लिए मथुरा और वृंदावन के मंदिर भी भव्य रूप से सजाए गए हैं। ठा. राधादामोदर मंदिर को गेंदा, गुलाब, रायबेल एवं अन्य देशी-विदेशी फूलों से सजाया गया है। वहीं इस्कॉन मंदिर के मुख्य द्वार व चौक को पुष्पों से सजाया जा रहा है। ठा. बांकेबिहारी मंदिर को रंगबिरंगे गुब्बारों से सजाया गया। मंदिर के अलावा नगर के गेस्टहाउस एवं होटलों को भी फूलों एवं रंगबिरंगी झालरों से सजाया गया है।
नववर्ष आगमन को लेकर सर्वाधिक दीवानगी युवा वर्ग में देखी जा रही है। पार्टी के लिए होटलों को बुक कराया गया है। अग्रवाल क्लब परिवार के संस्थापक अजय कांत गर्ग ने बताया कि नए साल के जश्न के लिये होटल की बुकिंग की फुल है। बाजारों में न्यू ईयर पर एक-दूसरे को देने के लिए ग्रीटिंग कार्ड एवं उपहारों की खरीद भी जोरों पर है।