भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने महेंद्र सिंह धौनी का समर्थन करते हुए सोमवार को कहा कि स्ट्राइक रेट को लेकर इस अनुभवी बल्लेबाज की लगातार हो रही आलोचना से वह आश्चर्य चकित हैं। धौनी ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ 31 गेंद में 42 रन की नाबाद पारी खेली, लेकिन भारत यह मैच 31 रन से हार गया। इस हार के बाद एक बार फिर अंतिम ओवरों में तेजी से रन बनाने की धौनी की क्षमता पर सवाल उठने लगे।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले बांगर ने कहा कि एक पारी (अफगानिस्तान के खिलाफ 52 गेंद में 28 रन) को छोड़कर उन्होंने हमेशा अपनी भूमिका निभाई है। उन्होंने सात में से पांच मैचों में टीम के लिए अपनी भूमिका को बखूबी निभाया है। बांगर ने कहा कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रोहित शर्मा के साथ 70 रन की साझेदारी की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उन्होंने जो जरूरी था वह किया। मैनचेस्टर में मुश्किल पिच पर उन्होंने 58 रन की अहम पारी खेली। यहां (इंग्लैंड के खिलाफ) भी उन्होंने अपनी भूमिका को अच्छे से निभाया। बांगर को नहीं लगता कि आखिरी के ओवरों में धौनी और केदार जाधव के जच्बे में कोई कमी थी। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता क्योंकि इंग्लैंड ने आखिरी के ओवरों में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने मैदान (सीमा रेखा) की लंबाई का पूरा फायदा उठाया और ऐसी गेंदबाजी की जिस पर बड़ा शॉट लगना मुश्किल था। बांगर ने भुवनेश्वर कुमार की चोट के बारे में कहा कि भुवनेश्वर पूरी तरह फिट हैं।
बांगर ने बांग्लादेश के खिलाफ तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने की योजना को खारिज नहीं किया। उन्होंने संकेत दिया कि रवींद्र जडेजा को भी मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन यहां के मैदान और हालात को देखते हुए कई संयोजनों को अपना सकता है। हम ऐसा संयोजन भी बना सकते हैं जिसमें हार्दिक पांड्या के साथ तीन तेज गेंदबाज हों। बांगर से जब पूछा गया कि क्या जाधव को अंतिम-11 से बाहर किया जाएगा तो उन्होंने कहा कि हम जडेजा को टीम में शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं।