शहर में दो-तीन लोगों ने अनुसूचित जाति की दो महिलाओं को बुरी तरह लात-घूसों से पीटा और फिर बालाें से पकड़कर सड़क पर घसीटा। आरोपित सरेआम महिलाओं को पीटते और घसीटते रहे, लेकिन काफी संख्या में खड़े लोग तमाशा देखते रहे। महिलाओं को बचाने की जगह कुछ लोग को घटना की वीडियो बनाते रहे।
घटना शहर के चोपड़ा वाले बाग के पास हुई। घटना की वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने देर शाम दोनों आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वीरवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे चोपड़ा वाले बाग के पास अचानक हंगामा शुरू हो गया। लोगों ने पहुंचकर देखा तो दो-तीन व्यक्ति वहां दो महिलाओं से मारपीट कर रहे थे।
आरोपितों ने महिलाओं को बालों से पकड़कर घसीटा, लात घूंसे मारे और फिर वहां से फरार हो गए। लोग पीडि़त महिलाओं को अस्पताल ले गए। बाद में एक पीडि़त महिला रानी ने थाना सिटी पुलिस से शिकायत दी। रानी ने बताया कि हरिनौ रोड पर उनकी फोटोग्राफी की दुकान है। वह पड़ोसन सोनिया के साथ सुबह दुकान पर जा रही थी। जब वह वहां पहुंची तो देखा कि सुखदेव सिंह पुत्र गुरबचन सिंह और जसविंदर सिंह पुत्र बलदेव सिंह उनकी दुकान से सामान निकाल कर बाहर फेंक रहे थे। रानी ने बताया कि उन्होंने दोनों को सामान बाहर फेंकने से रोकने की कोशिश की तो वे उनके साथ मारपीट करने लगे।
आरोपितों ने उनके बाल पकड़कर सड़क पर घसीटा, पेट पर लात और घूंसे मारे। गालियां देकर उन्हें अपमानित किया और धमकियां दीं। जब वहां पर लोग इकट्ठा हो गए तो आरोपित दुकान से उनके दो कैमरे और एक सोफा उठाकर फरार हो गए। थाना सिटी प्रभारी का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। दोनों की धरपकड़ के लिए छापामारी की जा रही है।उधर भीम आर्मी के इंचार्ज अशोक महेंद्रा ने एससी/एसटी एक्ट के केस दर्ज करने की मांग की। इसके बाद एसएसपी राजबचन सिंह संधु ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया है। बाद में केस में एससी/एसटी एक्ट के तहत धाराएं भी जोड़ दी गई हैं।