New Delhi: डेथ गेम ब्लू व्हेल की वजह से देश में 9वीं मौत । मध्य प्रदेश के दमोह में 11th के स्टूडेंट ने ट्रेन के आगे कूदकर की खुदकुशी । मरने से पहले दोस्तों से बोला था मेरे पास वक्त कम है।बड़ी खबर: सीएम योगी के गाजियाबाद पहुंचने से पहले हुआ भाजपा नेता के घर पर हमला
दोस्तों का कहना है कि सिर्फ पांच दिन पहले ही उसने उन्हें गेम के बारे में बताया था । पेपर में पढ़कर एक दिन पिता ने छात्र से पूछा था कि यह कौनसा गेम है ?
बता दें कि डेथ गेम ब्लू व्हेल का खूनी खेल भारत में रुक नहीं रहा है। शनिवार रात को 11th क्लास के स्टूडेंट सात्विक ने ट्रेन के आगे खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ दिनों से हर जगह मोबाइल लेकर जाता था। दोस्तों के मुताबिक, ब्लू व्हेल गेम खेलने की वजह से काफी परेशान था।
उसने दोस्तों से कहा था- मेरे पास वक्त कम है। 15 दिन पहले सात्विक ने दोस्तों से कहा था- पता करना है कि लोगों को कैसे मारता है, कहा था- गेम सर्च कर रहा हूं, मिल नहीं रहा है। पता करना है, गेम लोगों को कैसे मारता है। जब दोस्तों ने पूछा- तुम्हें तो नहीं खेलना है यह गेम। उसने जवाब टाल दिया।
सात्विक आखिरी टास्क पूरा करने के लिए ट्रेन के सामने घुटने टेककर बैठ गया। उसका शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हालत में मिला है। उसके दोस्त रितिक का कहना है कि सात्विक ने पांच दिन पहले ब्लू व्हेल गेम खेलने की बात बताई थी। प्रदेश में सुसाइड गेम से यह पहली मौत है। जहां सात्विक की मौत हुई वहां से कुछ दूरी पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कुछ फुटेज मिले हैं।
फुटेज में सात्विक फुटेरा फाटक के डाउन ट्रैक पर सीमेंट के खंभे के पास बैठा हुआ है। जैसे ही ट्रेन आती है, वह घुटने टेककर उसके आगे बैठ जाता है। सुबह पुलिस मौके पर पहुंचती है तो उसका शव बुरी तरह क्षत-विक्षत मिलता है। सात्विक साइंस का छात्र था। उसके पिता संजय पांडे जनपद पंचायत दमोह में कार्यरत हैं।
एसपी विवेक अग्रवाल ने बताया कि सात्विक का मोबाइल फोन लॉक है। जांच में डेटा सामने आ जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले अखबार में ब्लू व्हेल गेम की खबर देखकर पिता ने सात्विक से पूछा था कि यह कैसा गेम है। सात्विक की छोटी बहन ने बताया था कि यह विदेश में खेला जाता है।
बता दें कि सुसाइड के लिए उकसाने वाले गेम की वजह से गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुड्डूचेरी समेत कई राज्यों में स्टूडेंट सुसाइड कर चुके हैं। रूस में बना ये गेम भारत समेत चीन, अमेरिका और कई देशों में गेम 130 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। गेम में 50 दिनों का टास्क दिया जाता है और आखिर में सुसाइड जैसा कदम उठाना होता है।