बंटी-बबली की तर्ज पर कोटद्वार के राशन डीलर से 20 लाख रुपये की ठगी करने वाले युवक और युवती को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।
युवक हिमाचल प्रदेश के मंडी, युवती मणिपुर की रहने वाली है। दोनों ने दिल्ली में अपना ठिकाना बना रखा था, जहां से वे लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे। दोनों के बैंक अकाउंट से एक करोड़ रुपये से अधिक के ट्रांजेक्शन का पता चला है।
एसटीएफ का मानना है कि गिरोह इससे पूर्व भी कई लोगों को लाखों की चपत लगा चुका है। एसटीएफ अब बैंक अकाउंट से ठगी के शिकार लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। डीआइजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि गिरोह के तार नाइजीरियन गैंग से भी जुड़े हो सकते हैं।
ऐसे की गई ठगी
डीआइजी एसटीएफ ने बताया कि आरएस रावत निवासी कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल ने बीती 31 अगस्त को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
उनका आरोप था कि पिछले साल एक फेसबुक फ्रैंड ने उन्हें मैसेज भेजकर बताया कि उसे इस्लामिक बैंक ऑफ दुबई से कुछ फंड ट्रांसफर करना है। इसके बदले उसे मोटा कमीशन मिलेगा। फरवरी में फोन करने वाले युवकों ने अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग बैंकों में करीब 20 लाख रुपये जमा करा लिए। जब कमीशन देने की बात आई तो आरोपितों ने आरएस रावत को दिल्ली बुलाया।
दिल्ली पहुंचकर आरोपितों से संपर्क करने की कोशिश की तो सभी के नंबर स्विच ऑफ आने लगे। डीआइजी ने बताया कि प्रांरभिक जांच में ही साफ हो गया था कि ठगों ने इस वारदात को दिल्ली से अंजाम दिया है। जिन नंबरों से रावत को फोन आया था और जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई, वह भी दिल्ली के ही थे।
इतनी जानकारी मिलने के बाद इंस्पेक्टर अमर वर्मा को जांच सौंपी गई। मोबाइल लोकेशन और बैंक खातों की डिटेल निकलवाने के बाद आरोपितों के ठिकाने का पता चला, जिसके बाद दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में दबिश दी गई। वहा एक मकान से एक युवक और युवती को गिरफ्तार किया गया।
युवक और युवती की ये है पहचान
युवक की पहचान मनोज कुमार पुत्र रोशन लाल निवासी ग्राम ट्रिंड थाना लडबडोल, मंडी, हिमाचल प्रदेश व युवती की पहचान लालमल स्वामी निवासी न्यू बाजार लामका, नियर ईबीसीसी, कम्यूटियन चर्च, थाना ओल्ड बाजार, जिला चुरचंदपुर, मणिपुर के रूप में हुई है। दोनों के बैंक खातों की डिटेल के साथ, हाल के महीनों में जिन मोबाइल नंबरों का दोनों ने प्रयोग किया है, उसकी पूरी डिटेल निकलवाई जा रही है।
अनजान फोन कॉल से रहें सतर्क
डीआइजी डीआइजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने कहा कि एसटीएफ साइबर ठगी को लेकर विगत तीन साल से लोगों को जागरूक कर रही है, फिर भी तमाम लोग लालच में आकर ठगों के झांसे में आ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि फेसबुक या अन्य किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से आने वाले संदेशों को पूरी तरह नजरअंदाज करें। साथ ही खाते आदि से जुड़ी कोई जानकारी तो बिल्कुल भी साझा न करें।