देसी सोशल मीडिया ऐप ‘चिंगारी’ भारत का ‘टिकटॉक’ बना अब आनंद महिंद्रा ने भी डाउनलोड किया

चीनी ऐप TikTok पर बैन से भारतीय ऐप ‘चिंगारी’ (Chingari) की किस्मत पलट गई है. इस ऐपे को 72 घंटे में करीब 5 लाख बार डाउनलोड किया गया है. आनंद महिंद्रा और केंद्र सरकार के प्रिंसिपल इकनॉमिक एडवाइजर (PEA) संजीव सान्याल जैसे दिग्गज इसे एंडोर्स कर रहे हैं.

गौरतलब है कि हाल में बायकॉट चाइना अभियान जोर पकड़ने पर इसी तरह का एक और स्वदेशी ऐप ‘Mitron’ भी काफी लोकप्रिय हुआ था.

सरकार ने टिकटॉक जैसे चीन के 59 ऐप पर सुरक्षा और गोपनीयता कारणों का हवाला देते हुए प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बाद बहुत से लोग इनके भारतीय और अन्य विकल्प तलाश रहे हैं.

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा और केंद्र सरकार के प्रिंसिपल इकनॉमिक एडवाइजर (PEA) संजीव सान्याल ने ट्वीट कर देसी सोशल मीडिया ऐप ‘चिंगारी’ की तारीफ करते हुए इसे भारत का ‘टिकटॉक’ बताया है.

दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने टिकटॉक कभी डाउनलोड नहीं किया, लेकिन मैंने अभी चिंगारी डाउनलोड किया है. आपको ज्यादा ताकत मिले.’

इस ऐप की शुरुआत बेंगलुरु में सुमित घोस और बिश्वात्मा नायक द्वारा स्थापित स्टार्टअप ने की है. इस ऐप के अब तक करीब 25 लाख डाउनलोड हो गए हैं और हिंदी-अंग्रेजी सहित कुल 9 भाषाओं में इसका इंटरफेस है. अब दोनों उद्यमी इसे एक सुपर ऐप ‘Bharat’.में बदलने की तैयारी कर रहे हैं.

‘चिंगारी’ वैसे साल 2018 से ही प्लेस्टोर पर है. चिंगारी मुख्यत: 18 से 24 साल के युवाओं में लोकप्रिय है और इसका 90 फीसदी डाउनलोड भारत में हुआ है.

पीईए संजीव सान्याल ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं कभी टिकटॉक से नहीं जुड़ा, लेकिन चिंगारी को डाउनलोड किया है. इसका कन्टेंट बिल्कुल उसी तरह का मजेदार है…लेकिन यह हमारा मजेदार प्लेटफॉर्म है. और आने वाले जाड़े में मेरी अगली कार भी भारतीय ब्रांड की होगी.’

बैन का सामना करने वाले अन्य लोकप्रिय चीनी ऐप्स में यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज और एमआई कम्युनिटी जैसे चर्चित ऐप भी शामिल हैं. सरकार ने ऐसे चीनी ऐप पर रोक लगाया है जो मुख्यत: गैर फाइनेंशियल नेचर के हैं.

चीन की दिग्गज कंपनियों अलीबाबा, बाइटडांस, बाइडू, टैन्सेंट आदि ने इन ऐप में भारी निवेश किया है. भारत के कुल ऐप डाउनलोड का करीब 50 फीसदी हिस्सा चीनी ऐप का ही होता है.

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com