देश में बर्ड फ्लू का कहर : शुद्ध शाकाहारी बनना सेहत की पूंजी

क्या आप अंडे खाने के शौकीन हैं? क्या आप चिकन मोमोज शौक से खाते हैं? अगर ऐसा है तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. इसलिए अंडे और चिकन से आप भी इस संक्रमण के शिकार हो सकते हैं. कोरोना महामारी के बीच यह गंभीर बीमारी किसी बड़े खतरे को आमंत्रण दे सकती है. इसलिए फिलहाल अंडे या चिकन से जुड़े खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी जा रही है.

केरल, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में इस बीमारी के लक्षण मिलने के बाद प्रशासन सावधान हो गया है. केरल ने बर्ड फ्लू को आपदा घोषित कर दिया है तो मध्य प्रदेश के मंदसौर में अंडे और चिकन की दुकानें बंद करा दी गई हैं. केरल के कोट्टायम और अलप्पुझा जिलों के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू फैलने की जानकारी सामने आई है, जिसके चलते प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों में और उसके आसपास एक किलोमीटर के दायरे में बत्तख, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश देने पर मजबूर होना पड़ा है. कोट्टायम जिला प्रशासन ने कहा है कि नींदूर में एक बत्तख पॉल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू पाया गया है और वहां करीब 1,500 बत्तख मर चुकी हैं.

इसी तरह अलप्पुझा जिले के कुट्टानद के कुछ फार्म में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. उधर मध्य प्रदेश में भोपाल में की गई नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू के प्रकोप की पुष्टि हुई है. अधिकारियों ने कहा कि एच5एन8 वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए करीब 40,000 पक्षियों को मारना पड़ेगा. हालात काबू में होने के बावजूद प्रशासन ने जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है क्योंकि यह वायरस मनुष्य को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है. केरल में वर्ष 2016 में बड़े पैमाने पर बर्ड फ्लू फैला था.

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित पोंग बांध झील में मृत पाए गए प्रवासी पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित पाए गए हैं. राजस्थान, मध्यप्रदेश और केरल के बाद देश में हिमाचल प्रदेश चौथा ऐसा राज्य बन गया है जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. झील अभयारण्य में अब तक करीब 1800 प्रवासी पक्षी मृत पाए गए हैं. मरने वाले पक्षियों के नमूनों की जांच की रिपोर्ट के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.

हाल ही में राजस्थान में बर्ड फ्लू की चेतावनी दी गई थी, जहां आधा दर्जन जिलों में 250 कौवे मृत मिले थे. मध्यप्रदेश के इंदौर में भी मरे कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. इस बीच हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के जिलाधिकारी राकेश प्रजापति ने जिले के फतेहपुर, देहरा, जवाली और इंदौरा उप मंडल में मुर्गी, बत्तख, हर प्रजाति की मछली और उससे संबंधित उत्पादों जैसे अंडे, मांस, चि​कन आदि की ब्रिकी पर प्रतिबंध लगा दिया है.

मध्य प्रदेश की जहां तक बात है तो कौवों में पाया जाने वाला वायरस एच5एन8 अभी तक मुर्गियों में नहीं मिला है. मुर्गियों में पाया जाने वाला वायरस सामान्यत: एच5एन1 होता है. हालांकि प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है. मध्य प्रदेश में 23 दिसंबर से 3 जनवरी 2021 तक इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13 और सीहोर में नौ कौवों की मृत्यु हुई है. मृत कौवों के नमूने तत्काल भोपाल स्थित स्टेट डी.आई. प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं.

अंडा या चिकन पूरी तरह पका हो तो बर्ड फ्लू का खतरा न के बराबर है. लेकिन अधपका अंडा या चिकन इंसानों में बर्ड फ्लू फैला सकता है, इसलिए इसे खाने से बचने की सलाह दी जाती है. रिसर्च में पता चला है कि बर्ड फ्लू से संक्रमित अंडे या चिकन को अगर सही ढंग से पका दिया जाए तो बर्ड फ्लू का वायरस मर जाता है. अंडे या चिकन छूने के बाद गुनगुने पानी और साबुन से हाथ को धोने की सलाह दी जाती है.

कम से कम 20 सेकंड तक हाथ को साबुन-पानी से धोना है. जिस बर्तन में अंडे को उबाला गया या चिकन बनाया गया, उसे भी अच्छी तरह धोया जाना चाहिए ताकि आगे संक्रमण नहीं फैले. संक्रमण से बचने के लिए अंडे को तब तक उबाला जाए तब तक सफेदी और योक पूरा फर्म ने हो जाए. जिस पानी में उबाला जाए, उसका थर्मोमीटर से तापमान मापने की भी सलाह दी जाती है. 165 डिग्री के तापमान पर अंडे को बॉयल किया जाना चाहिए.

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