प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अंडमान-निकोबार को सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल की सौगात दी. ये फाइबर केबल चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर तक समुद्र के अंदर बिछाई गई है, जिसकी मदद से अंडमान में अब इंटरनेट की स्पीड काफी तेज होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां कहा कि करीब डेढ़ साल में इसका काम पूरा कर दिया गया है. 15 अगस्त के जश्न से पहले ये लोगों के लिए ये उपहार है. पीएम ने कहा कि समुद्र में सर्वे किया गया, केबल को बिछाना और उसकी क्वालिटी मेंटेन करना आसान नहीं था. बरसों से इसकी जरूरत थी लेकिन काम नहीं हो पाया.
पीएम ने कहा कि कोरोना संकट भी काम को पूरा होने से नहीं रोक पाया, देश के इतिहास के लिए अंडमान से जुड़ना और कनेक्टविटी देना देश का दायित्व था. हमारी कोशिश है कि देश के हर नागरिक की दिल्ली और दिल से दूरियों को खत्म किया जाए, हर व्यक्ति तक सुविधाएं पहुंचाई जाएं. मोदी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से अंडमान के लोगों को ईज़ ऑफ लिविंग की सुविधा मिलेगी, साथ ही डिजिटल इंडिया के सभी लाभ मिलेंगे.
प्रोजेक्ट को लेकर पीएम ने कहा कि कनेक्टविटी अच्छी होगी तो टूरिस्ट अधिक वक्त तक वहां रुक पाएंगे, जिससे रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे. पीएम बोले कि एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत अंडमान की भूमिका अधिक है और आगे भी बढ़ेगी.
सरकार की ओर से आइलैंड डेवलेपमेंट कमेटी का गठन हुआ और तेजी से प्रोजेक्ट को पूरा किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने बताया कि सिर्फ डिजिटल इंडिया नहीं बल्कि सड़क-वायु मार्ग को भी मजबूत किया जा रहा है. अब बड़े जहाजों को रिपेयर करने की सुविधा भी अंडमान में की जाएगी.
चेन्नई से होते हुए ये केबल स्वराज द्वीप, लिटिल अंडमान, कार निकोबार, कामरोता, ग्रेट निकोबार, लॉन्ग आइलैंड, रंगत में जाएगी. जिससे अंडमान निकोबार को तेज इंटरनेट मिल पाएगा.
इस क्षेत्र में टूरिज्म की काफी संभावनाएं हैं, लेकिन कनेक्टविटी की कमी हर बार खलती थी. लेकिन अब जब फाइबर केबल की सुविधा पहुंच रही है, तो उम्मीद है कि लोगों को इसकी दिक्कतें नहीं होंगी. बीते दिन ही पीएम मोदी ने अंडमान-निकोबार के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से संवाद किया था.