मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन इसको लेकर खास सतर्कता बरत रहा है। वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार और अफवाहें फैलाने की सूचना सरकार को काफी दिनों से मिल रही थी।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी स्टेट स्टेयरिंग कमेटी फॉर इम्यूनाजेशन ने भी इस मामले में सतर्कता बरतने की सलाह दी है। जिससे कोई अफवाह फैलाए तो उसे तुरंत रोका जा सके। वैक्सीन के प्रति विश्वास बढ़ाने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों, सीएमओ, चिकित्सा संस्थानों के निदेशकों को सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए गए थे। जिससे कर्मचारियों के किसी तरह का भय न रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग में अंतिम प्रहार करने के लिए टीकाकरण का शुभारंभ उत्साहजनक है। लेकिन इसका ध्यान रखना होगा कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन कार्य को केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप संचालित किया जाए।
उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में शनिवार से पूरे देश में शुरू हुए टीकाकरण अभियान से अब इस महामारी पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री और देश के वैज्ञानिकों के प्रति आभार जताया। कहा, इतने कम समय में देश की जनता की रक्षा के लिए 2 कोविड वैक्सीन तैयार कर पाना प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही संभव था। केंद्र व राज्य के प्रयासों से कोविड-19 को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। आज यूपी में कोविड-19 के बहुत कम एक्टिव केस हैं। यह टीम वर्क से संभव हुआ है।
सीएम ने मीडिया का आह्वान किया कि वह कोरोना टीके के संबंध में अफवाहों को रोकने के लिए काम करें। सभी लोग कोरोना टीके को लेकर अफवाहों से बचें और टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार करें। देश में विकसित टीके विश्व के सबसे सफल और सस्ते हैं।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण की शुरुआत के बाद भी लोगों को पूरी सावधानी बरतनी होगी। कोरोना प्रोटोकाल का पालन पहले की तरह करना होगा। ‘दो गज दूरी मास्क है जरूरी’ के मंत्र के साथ, समय-समय पर हाथ धोना, सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग और भीड़ एकत्र न होने देने जैसे मानकों का पालन करना होगा।