भारत में आज भी कई लोग बहुत सी कुप्रथाओं को इस कदर सजो कर अपने पास रखते है कि मानो कई बार वो प्रथाएँ अपनों से बढकर हो जाती हैl ऐसी ही एक कुप्रथा का उदाहरण हमारे सामने हाल ही में घटी एक घटना से सामने आयाl जानकारी के लिए बता दें कि बड़ा चाँदगंज अलीगंज निवासी शिवकुमार मिश्रा नाम के एक पुजारी ने अपनी एकलौती बेटी बंदना की शादी 20 जून 2009 में अरसोलिया हरदोई निवासी रामदेव द्विवेदी के बेटे मिथलेश द्विवेदी के साथ बड़ी ही धूमधाम से की थीlये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे.. तेरा साथ न छोड़ेंगे, कुछ इस तरह करना चाहिए दोस्ती का इजहार
बंदना का पति मिथलेश एक निजी कम्पनी में काम करता था और वह हसनगंज खदरा स्थित घर में अपने परिवार के साथ रह रहा थाl शादी के बाद पति पत्नी में शुरुआत में तो सब सही चल रहा था लेकिन फिर बाद में मानो दोनों की गिरस्ती को किसी की नजर लग गईl और पति काम उम्र में ही पत्नी को अकेला छोड़ दुनिया से हमेशा से अलविदा कर चला गयाl
पति की मौत के बाद मानो बंदना पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ाl पति के गुजरने के कुछ समय बाद ही सास, ससुर ने विधवा भाभी को देवर से शादी करने के लिए उसके ऊपर दबाव डालना शुरू कर दियाl इतना ही नहीं शादी के नाम पर उसके पिता से दहेज भी लिया और उसके बाद विधवा को टरकाने का सिलसिला शुरू हो गयाl महिला के पिता पर भी जब जल्द शादी करवाने का दबाव डाला तो कुछ विवाद हुआl जिसकी आड़ में ससुरालवाले देवर से शादी कराने से मुकर गये और पीड़िता के साथ मार-पीट कर उसे घर से भी भगा दियाl फिलहाल अभी मामला अलीगंज पुलिस थाने में दर्ज है और मामले की जांच हो रही हैl