देखिए, नोटबंदी में कैसे जेल पहुंचा नेशनल बॉडी बिल्डर एयरफोर्स जवान?

airforce-soldier-arrested-with-old-currency_1480929632नेशनल बॉडी बिल्डर था, इसलिए स्पोर्ट्स कोटे से एयरफोर्स का जवान बन गया। लेकिन नोटबंदी ने उसे जेल पहुंचा दिया। रोहतक थाना पुलिस ने शनिवार रात नाइट डोमिनेशन के दौरान एयरफोर्स के एक जवान की कार से 11 लाख से ज्यादा रुपयों से भरा बैग बरामद किया है। इसमें एक लाख 63 हजार के 500 और 1000 के पुराने नोट भी हैं।

 पुलिस ने जवान के खिलाफ केस दर्ज करके रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। थाना प्रभारी सुनीता ने बताया कि जवान से रकम के स्त्रोत के बारे में पूछताछ की जा रही है। आयकर विभाग के अधिकारी भी पड़ताल कर रहे हैं।

वहीं, पुलिस पूछताछ में जवान ने बताया कि अपनी पत्नी को कार गिफ्ट करने के लिए दोस्तों एवं भाई से पैसे उधार लिए हैं और कुछ पैसे उसके हैं। जवान बॉडी बिल्डिंग का नेशनल स्तर का खिलाड़ी रह चुका है। इसी बदौलत उसकी वायुसेना में नौकरी लगी थी।
 सफेद रंग की कार में था, नाका तधनशहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनीता ने बताया कि रात को नाइट डोमिनेशन के तहत कई जगहों पर नाकेबंदी की गई थी। आर्यनगर चौकी के सामने लगे नाके पर रात करीब दो बजे सफे द रंग की एक कार पहुंची। पुलिस ने कार रोकने का इशारा किया तो चालक नाका तोड़कर भागने लगा।की तो उसकी पहचान बहुअकबरपुर निवासी परमजीत के रूप में हुई। परमजीत ने बताया कि वह एयरफोर्स का जवान है।पुलिस ने जवान की कार की तलाशी ली तो उसमें से एक बैग मिला। पुलिस ने बताया कि बैग से 11 लाख 8 हजार 600 रुपये मिले हैं। परमजीत ने बताया कि वह दिल्ली से रुपुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद परमजीत के खिलाफ धोखाधड़ी, एक्साइज एक्ट, लापरवाही से वाहन चलाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। बाद में आयकर विभाग के अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई।

 पत्नी को जन्मदिन पर गिफ्ट करनी थी काररुपयाफिलहाल पूना में वायुसेना में तैनात परमजीत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह कुछ दिन पहले छुट्टी लेकर आया है। उसका कहना है कि 31 दिसंबर को उसकी पत्नी का जन्मदिन है। जन्मदिन पर पत्नी को उपहार में कार देने के लिए कुछ पैसे दिल्ली में दोस्तों से और कुछ रुपये भाई से उधार लिए हैं। कुछ पैसे अपने खुद के खाते से निकाले हैं।

परिजन बोले, एक-एक पैसे का देंगे हिसाब
परमजीत के परिजनों का कहना है कि वह एक-एक पैसे का हिसाब देंगे। परमजीत के भाई संदीप ने बताया कि उनके पास सारे रुपये के दस्तावेज हैं। गलत तरीके से रुपये इकट्ठा नहीं किए हैं। कुछ ही रुपया उधार लिया गया है। बाकी रकम बैंक से निकाली गई है। सारे दस्तावेजों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। उनका आरोप है कि पुलिस ने पैसों से संबंधित दस्तावेज देखे बिना ही कार्रवाई कर दी।
भाई ने कहा- बेकसूर, पुलिस फंसा रही
परमजीत का भाई संदीप दिल्ली में इवेंट मैनेजर का काम करता है। उसका कहना है कि छह लाख से अधिक पैसा उन्होंने बैंकों से निकलवाया हैं। कुछ पैसा दोस्तों से उधार लिया हैं। हम इनकम टैक्स को भी सबूत देने के लिए तैयार है। संदीप ने कहा कि उसके भाई को एयरफोर्स में 60 से 70 हजार रुपये सेलरी मिलती है। 11 साल से अधिक से नौकरी कर रहा है। गांव में जमीन भी है। पिता फौज से रिटायर्ड है। परमजीत की पत्नी बुटीक चलाती है। उसकी कमाई भी अच्छी है।
सम्बंधित खबरें :करोड़ो रुपए का आया चंदापरमजीत बॉडी बिल्डिंग का खिलाड़ी है। एयरफोर्स में जाने से पहले वह नेशनल स्तर पर बॉडी बिल्डिंग की कई प्रतियोगिताओं में भाग ले चुका है। परमजीत के भाई संदीप ने बताया कि परमजीत कई वर्षों तक खेलने के बाद स्पोर्ट्स कोटे से एयरफोर्स में भर्ती हुआ। वह अब भी एयरफोर्स की तरफ से बॉडी बिल्डिंग करता है। इस तरह नेशनल खेलकर एयरफोर्स पहुंचा परमजीत नोटबंदी की वजह से हवालात पहुंच गया है।
एयरफोर्स हेड क्वार्टर और दोस्तों तक पहुंचेगी जांच  परमजीत की गिरफ्तारी मामले की जांच एयरफोर्स हेड क्वार्टर और परमजीत के दोस्तों तक पहुंचेगी। पुलिस परमजीत से उसके उन दोस्तों के बारे में पूछताछ कर रही है जिन्होंने उसे रुपये उधार दिये। दोस्तों के नाम व पतों की सूची तैयार की जा रही है।पुलिस विभाग की तरफ से संबंधित एयरफोर्स हेड क्वार्टर को घटना के बारे में सूचना दी जाएगी, ताकि कुछ सुराग मिल सके। फिलहाल, आयकर विभाग के अधिकारी परमजीत से पूछताछ कर रहे हैं। केस के संबंध में विभाग के अधिकारी कागजी कार्रवाई पूरी कर रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई पर सवालmoneyपरमजीत के खिलाफ हुई कार्रवाई से परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठा दिये हैं। परमजीत के भाई संदीप ने बताया कि  उनके पिता सेना से रिटायर्ड हैं। कई साल तक उन्होंने सीमा पर रहकर देश की सेवा की है। इसके बावजूद पुलिस ने बिना जांच-पड़ताल किए परमजीत पर केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी कर ली। जबकि वह पुलिस को सब कुछ बताने के लिए तैयार था। परमजीत का एक बेटा भी है। उसकी पत्नी बुटीक चलाती है।
नववर्ष की खुशी, गम में बदलीकुछ दिन पहले अवकाश पर आये परमजीत ने सोचा था कि पत्नी के जन्मदिन के बहाने नववर्ष की खुशियां भी मनाई जाएगी। उससे पहले ही उसकी खुशी गम में बदल गई। पुलिस की रिमांड के बाद परमजीत जेल भी जा सकता है। रविवार को दिनभर पूरा परिवार शहर थाने में ही डटा रहा।परमजीत से उसके दोस्तों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि मामले में और कितने लोग शामिल हैं।
– इंस्पेक्टर सुनीता, प्रभारी शहर 

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