लखनऊ की जिस बिगड़ी हवा को 17 विभाग मिलकर सुधार नहीं सके, वह काम दीपावली बाद हुई बारिश ने कर दिया। सोमवार को हवा सुधरकर बहुत खराब से खराब की श्रेणी में आ गई। वहीं, बारिश का असर मंगलवार को भी दिखा। लंबे समय बाद शहर की हवा सुधरी हुई (एक्यूआई 128) मिली, जोकि, नवंबर के पहले सप्ताह में खतरनाक हो चुकी थी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रिकॉर्ड के मुताबिक लखनऊ की हवा में तेजी से सुधार आया है। छह नवंबर को एक्यूआई 449 पहुंच गया था। इसके बाद भी यह लगातार 400 के नजदीक रिकॉर्ड हुआ। जिला प्रशासन और यूपीपीसीबी के इसे कम करने की कवायद के बाद भी एक्यूआई 200 से नीचे नहीं लाया जा सका। यूपीपीसीबी के अधिकारियों का मानना है कि प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर सख्ती के बाद अब बारिश ने बड़ी मदद की है।
गोमतीनगर, अलीगंज में अक्तूबर में प्रदूषण के बाद भी एक्यूआई कम ही रिकॉर्ड हुआ। इसके उलट तालकटोरा और लालबाग में अक्तूूबर के अंत में एक्यूआई कई दिन तक 400 के ऊपर बना था। हालांकि, मंगलवार को इन इलाकों में भी एक्यूआई 200 के नीचे पहुंच गया। गोमतीनगर में एक्यूआई 79 और अलीगंज में 110 मिला।
यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. राम करन का कहना है कि दीपावली से पहले ही वायु प्रदूषण के बढ़ने पर कई फैक्ट्रियों व निर्माण इकाइयों को बंद करा दिया गया था। बाकी जगह भी वायु प्रदूषण फैलाने पर सख्ती की। फिर दीपावली पर हवा बिगड़ी। इसके बाद हुई बारिश ने वायु प्रदूषण को खत्म कर दिया। दीपावली पर फैक्ट्रियों व निर्माण साइट पर काम बंद रहा। इससे भी प्रदूषण नहीं फैला। उम्मीद है कि एक सप्ताह तक प्रदूषण कम बना रहेगा।
तारीख एक्यूआई
17 नवंबर 128, सुधरी हवा
16 नवंबर 202, खराब हवा
15 नवंबर 372, बहुत खराब हवा
12 नवंबर 269, खराब हवा
9 नवंबर 388, बहुत खराब हवा
6 नवंबर 449, खतरनाक हवा
25 अक्टूबर 314, बहुत खराब हवा साइट पर काम बंद रहा। इससे भी प्रदूषण नहीं फैला। उम्मीद है कि एक सप्ताह तक प्रदूषण कम बना रहेगा।