चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सातों सीट पर भारी जीत हासिल की है. सातों कैंडिडेट को 50 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं. इससे ये बात सामने आ रही है कि आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं करके कांग्रेस फायदे में ही रही है. इस बार के आंकड़ों के मुताबिक, अगर आप और कांग्रेस का गठबंधन होता, फिर भी बीजेपी की जीत होती. लेकिन गठबंधन नहीं होने की वजह से कांग्रेस पार्टी लड़ाई में दूसरे नंबर पर आ गई. वोट शेयर बढ़ गया है. 7 में से 5 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार बीजेपी के बाद दूसरे नंबर पर रहे. इसकी वजह से करीब 9 महीने बाद होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिल सकता है.