दिल्ली में गुरुवार को एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना जांच शुरू कर दी गई। पहले दिन 7000 लोगों की जांच की गई और महज 30 मिनट के अंदर कुछ लोगों को रिपोर्ट दे दी गई, जबकि कुछ को मैसेज के माध्यम से शुक्रवार को भेजी जाएगी। वहीं आरटी पीसीआर किट से 13000 जांच हुई, जिसे मिलाकर गुरुवार को कुल 20,000 लोगों के टेस्ट हुए।
इस खबर के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी ट्वीट किया। उन्होंने शुक्रवार को एक ट्वीट में लिखा, अब दिल्लीवासियों को टेस्ट कराने में कोई परेशानी नहीं होगी। आने वाले दिनों में इससे भी बहुत ज्यादा टेस्टिंग की जाएगी।
केंद्र सरकार के आदेश के बाद बुधवार को दिल्ली में 50 हजार किट उपलब्ध कराई गई थी, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई हैं। राजधानी में फिलहाल प्रति 10 लाख की आबादी पर 20,000 लोगों की जांच हो रही है। इन किट से जांच में काफी तेजी आएगी। दिल्ली सरकार का लक्ष्य 6 लाख तक जांच करने का है।
रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री की बैठक के बाद यह जानकारी दी गई थी कि 20 जून से दिल्ली में रोजाना 17 हजार से ज्यादा जांच होगी। हालांकि यह आंकड़ा गुरुवार को ही छू लिया गया। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जांच में तेजी लाने के लिए आईसीएमआर ने इन किट को मंजूरी दी थी।
एम्स और आईसीएमआर की टीम ने जब इन किट का परीक्षण किया तो इसके नतीजे 99.3 से 100 फीसदी तक सही मिले। टेस्ट किट को 2 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच रखना होगा। किट के इस्तेमाल को लेकर भी आईसीएमआर ने दिशा-निर्देश दिए हैं।
एसडी बायोसेंसर कंपनी की इस किट का इस्तेमाल सख्त चिकित्सीय निगरानी में कराने के अलावा जांच करने वाला शख्स पीपीई से कवर होना चाहिए।
अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित मिलता है तो उसका दोबारा आरटी-पीसीआर जांच कराने की जरूरत नहीं है। यदि कोई निगेटिव मिलता है तो उसके सैंपल की लैब में आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी।
कोविड के लिए अभी तक आरटी पीसीआर के जरिए जांच की जा रही थी। इससे रिपोर्ट मिलने में तीन से चार दिनों तक समय लग रहा था। आईसीएमआर इस रैपिड एंटीजन डिटेक्शन किट को एक अहम जांच विकल्प के रूप में देख रहा है।
दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने का अभियान तेज किया गया है। यहां 242 कंटेनमेंट जोन में कुल 2,30,466 की आबादी में 15-16 जून के बीच 1,77,692 लोगों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया गया। बाकी लोगों का सर्वेक्षण 20 जून तक हो जाएगा।