शहरी विधानसभा क्षेत्र 83 में चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर संदेह जताते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक नेशनल कोऑर्डिनेटर डॉ. जमाल हसन ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि कई बूथों पर मतदाता सूची में फर्जी नाम और मकान संख्या में गड़बड़ी दिखाई दे रही है। डॉ. जमाल ने बताया कि बूथ संख्या 170 पर मकान संख्या 1 पर 93 मतदाता, मकान संख्या 5 पर 112 मतदाता, मकान संख्या 8 पर 93 मतदाता और मकान संख्या 10 पर 68 मतदाता दर्ज हैं। इसके अलावा 79 मतदाताओं का मकान संख्या “0” या किसी अन्य जगह के नाम से लिखा गया है। इसी तरह बूथ संख्या 17 पर मकान संख्या 1 पर 93, मकान संख्या 5 पर 112, मकान संख्या 8 पर 93 और मकान संख्या 10 पर 68 मतदाता दर्ज हैं।
डॉ. जमाल ने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग किस दबाव या साजिश के तहत इस तरह की गड़बड़ी कर रहा है। उन्होंने कहा कि मकान संख्या मतदाता की पहचान का सबसे मजबूत आधार होता है, लेकिन इस गड़बड़ी के कारण मतदाता की पहचान संदिग्ध बन गई है।
उन्होंने आगे कहा कि यह मामला किसी एक धर्म, जाति या वर्ग का नहीं है, बल्कि पूरे लोकतंत्र के भविष्य का सवाल है। फर्जी मकान संख्या में सभी धर्म और जाति के मतदाताओं को शामिल किया गया है, जिससे यह साफ हो गया है कि यह धांधली योजनाबद्ध और संगठित तरीके से की गई है। डॉ. जमाल ने चुनाव आयोग को चेतावनी देते हुए कहा कि जितनी जल्दी हो सके इस गड़बड़ी को सुधारा जाए, अन्यथा पूरी प्रक्रिया को रद्द करना होगा। उन्होंने जनता और युवाओं से आह्वान किया कि वे इस फर्जीवाड़े के खिलाफ खड़े हों और अपने-अपने क्षेत्र की मतदाता सूची की जांच करें। डॉ. जमाल हसन ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी हर बूथ पर नजर रखेगी और किसी भी कीमत पर लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि अगर आज हम चुप रह गए तो कल लोकतंत्र का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा।