एक युवती को सड़क पर घूमते देख कलेक्टोरेट का चपरासी कार्यालय लेकर आ गया। ऑफिस आने में लेट हुआ तो अफसरों से कहा ‘युवती को आवारा लड़कों से बचाया है।” अफसरों ने चपरासी की पीठ थपथपाई और पुलिस में केस दर्ज करवा दिया। दूसरे दिन बयान हुए तो चपरासी मुकर गया। रावजी बाजार पुलिस ने गुरुवार दोपहर छत्रपति शिवाजीनगर निवासी सुरेश वैष्णव की शिकायत पर 4 अज्ञात युवकों पर छेड़छाड़ की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। वैष्णव ने बताया कि वह कलेक्टोरेट में चपरासी है।
बुधवार सुबह ऑफिस जा रहा था। उसने केसरबाग रोड पर 4 युवकों को एक युवती से छेड़छाड़ करते देखा। उसने बाइक रोकी तो युवक भाग गए। युवती नाम-पता बताने में भी असमर्थ नजर आई तो वह उसे ऑफिस ले गया। वहां अफसरों को घटना बताई व चाइल्ड लाइन को सूचना दी। अफसर भी पहुंच गए। शून्य पर केस दर्ज कर जांच अन्नापूर्णा पुलिस को भेज दी। युवती को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया। देर रात उसके परिजन थाने पहुंच गए।
दुकानदारों से पूछताछ :
एएसपी मनीष खत्री के मुताबिक शुक्रवार दोपहर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। दुकानदार, ठेलेवालों से पूछताछ में किसी ने घटना की पुष्टि नहीं की। चपरासी को थाने बुलाया और कहा कि अब सीसीटीवी फुटेज देखते हैं। इस पर वह टूट गया और बताया कि युवती से छेड़छाड़ नहीं हुई। वह तो ऑफिस आने में लेट हो गया था और पुलिस भी बगैर घटना के युवती की मदद नहीं करती। इसलिए छेड़छाड़ की कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने बयान रिकॉर्ड किए हैं