थोक महंगाई दर में मार्च महीने में बढ़ोत्तरी हुई है। मासिक थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित महंगाई की वार्षिक दर मार्च में 7.39 फीसद रही, जबकि पिछले महीने यह 4.17 फीसद थी, गुरुवार को सरकार द्वारा आंकड़े जारी किए गए।
हालांकि, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, महीने दर महीने (मार्च 2021 फरवरी 2021 तक) महंगाई की दर 1.57 फीसद रही। मार्च 2021 में कच्चे तेल, पेट्रोलियम उत्पादों और मूल धातु की कीमतों में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में काफी वृद्धि हुई है।
कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (8.64 फीसद), गैर-खाद्य वस्तुओं (1.9 फीसद) और खनिजों (0.35 फीसद) की कीमतों में वृद्धि हुई है। फरवरी 2021 की तुलना में मार्च 2021 में खाद्य पदार्थों (शून्य से 0.45 फीसद) की कीमतों में गिरावट आई है।
मार्च में दूध की महंगाई फरवरी के 3.21 फीसद से घटकर 2.65 फीसद पर रही है। वहीं, अंडा, मीट, मछली महंगाई फरवरी के -0.78 फीसद से बढ़कर 5.38 फीसद रही है। मार्च में दाल की महंगाई फरवरी के 10.25 फीसद से बढ़कर 13.14 फीसदी पर आ गई है। वहीं, प्याज की महंगाई फरवरी के 31.28 फीसद से घटकर 5.15 फीसद पर रही है।
मार्च में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 3.24 प्रतिशत रही और इस दौरान दालों, फलों तथा धान की कीमतों में कमी हुई। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण मार्च में ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति 10.25 प्रतिशत रही, जो फरवरी में 0.58 प्रतिशत थी। इस सप्ताह की शुरुआत में जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति चार महीने के उच्च स्तर 5.52 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।