त्रिपुरा में लगातार दो दिन कालबैसाखी आने के कारण एक महिला की मौत हो गई और करीब 6000 लोग बेघर हो गये. साथ ही झोपड़ियों और फसलों को नुकसान पहुंचा और पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गये. एक सरकारी अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
काल बैसाखी तेज़ गति से चलने वाले तूफ़ानों को कहा जाता है. राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के परियोजना अधिकारी सरत के दास ने बताया कि काम से अपने घर लौट रही एक आदिवासी महिला पर बुधवार रात में आकाशीय बिजली गिर गई जिसके कारण उसकी तत्काल मौत हो गई. उन्होंने बताया कि राज्य के आठ जिलों में से पश्चिम त्रिपुरा में सबसे अधिक नुकसान हुआ है.
दास ने बताया कि एनडीआरएफ और अर्द्धसैनिक बलों को राहत अभियान के लिये तैयार रखा गया है. साथ ही मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और अधिक बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है. उन्होंने बताया, ‘‘तूफान और उसके बाद हुई बारिश में कुल 5,894 लोग बेघर हो गये. उन्हें खोवई और पश्चिमी त्रिपुरा जिलों में बनाये गये 48 राहत शिविरों में रखा गया है.’’