आइपीएल की नीलामी जब जब होती है टीमों मे कई नए खिलाडी आते है और कई पुराने खिलाडी चले जाते है. हर बार की तरह इस बार भी बहुत से खिलाड़ी एक टीम को छोड़कर दूसरी टीम में चले गए हैं.लेकिन इन सब के कुछ खिलाड़ी ऐसे है जिन्होंने आइपीएल के 10 सीजन तक दूसरी टीम की जर्सी नहीं पहनी हैं. जानिए आप भी इस खिलाड़ियों को.
1. विराट कोहली- टीम इंडिया में एक खिलाड़ी से कप्तान बनने का सफर कोहली ने RCB के साथ रहते-रहते ही तय किया है. 2008 के पहले सीजन से लेकर आइपीएल 2018 की नीलामी के बाद भी कोहली बैंगलोर की टीम के साथ ही हैं. 2011 के सीजन के पहले कोहली एकलौते खिलाड़ी थे, जिन्हें RCB ने रिटेन किया था. विटोरी के संन्यास लेने के बाद इस टीम की कमान भी कोहली ने संभाली.
2. कीरोन पोलार्ड- इस धुरंधर खिलाड़ी का साथ मुंबई इंडियंस ने इसके ऑल राउंडर प्रदर्शन के कारण नहीं छोड़ा. पोलार्ड ने कई बार मुंबई की टीम को जीत दिलाई है. तीन बार आइपीएल चैंपियन मुंबई की टीम ने भी पोलार्ड पर लगातार भरोसा किया है.
3. शॉन मार्श- ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी ने किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के लिए पहले ही सीजन में अपने बल्ले का दम दिखाते हुए सबसे ज्यादा रन बना डाले और ऑरेंज कैप पर भी कब्ज़ा जमाया.
4 .लसिथ मलिंगा- मुंबई इंडियंस (MI) के लिए पिछले 10 सीजन में अहम गेंदबाज़ रहे मलिंगा . आइपीएल 2011 में पर्पल कैप विनर रहे मलिंगा टूर्नामेंट के गिन-चुने खिलाड़ियों में हैं जिन्होंने आइपीएल एक ही टीम से खेला है.
5 .हरभजन सिंह आइपीएल के पहले सीजन से ही मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े. हरभजन सिंह की कप्तानी में ही मुंबई इंडियंस ने चैंपियंस लीग का खिताब भी जीता था.
6 .अंबाती रायडू भी आइपीएल के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने अभी तक किसी दूसरी टीम की जर्सी नहीं पहनी है.
7 .सचिन तेंदुलकर ने भी आइपीएल सिर्फ और सिर्फ एक ही टीम के लिए खेला और वो थी मुंबई इंडियंस की टीम. MI के लिए खेलेते हुए 2010 के सीजन में सचिन ने सबसे ज्यादा रन बनाते हुए आरेंज कैप हासिल की.
8 .2010 में अपना आखिरी टूर्नामेंट खेलने वाले अनिल कुंबले ने रॉयल चैलैंजर्स बैंगलोर की तरफ से आइपीएल खेला था. कुंबले ने जब आइपीएल छोड़ा तब वो RCB के कप्तान थे.
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