प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में नेशनल कैडेट कोर रैली में नागरिकता संशोधन कानून 2019 (सीएए) को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग सीएए पर डर फैला रहे हैं, वे पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को देखने से इन्कार कर रहे हैं। क्या हमें सताए हुए लोगों की मदद नहीं करनी चाहिए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले कश्मीर को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इससे पहले, कश्मीर में समस्याओं के समाधान के लिए क्या किया गया था? 3-4 परिवारों ने मुद्दों को सुलझाने की दिशा में काम नहीं किया बल्कि उन्हें उलझाने की दिशा में काम किया। इसका नतीजा यह हुआ कि आतंकवाद के कारण हजारों बेगुनाहों की मौत हुई। लोगों को वहां से भी पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी आपके युवा विचार, आपका युवा मन चाहता था, हमारे सरकार ने किया। आज, दिल्ली में एक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक है और एक राष्ट्रीय पुलिस स्मारक भी है। 30 से अधिक वर्षों से भारतीय वायुसेना में एक भी अगली पीढ़ी का लड़ाकू विमान शामिल नहीं गया था। पुराने विमान हादसों के शिकार होते थे। पायलटों की इसमें मौत हो जाती थी। तीन दशकों से रुका हुआ काम हमारे द्वारा किया गया। देश के पास आज अगली पीढ़ी का लड़ाकू विमान राफेल है।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कल नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (NDFB) के सभी गुटों के साथ एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया। पीएम मोदी ने रैली को संबधित करते हुए कहा कि एनसीसी युवाओं में अनुशासन, दृढ़ संकल्प और निष्ठा की भावना को करने का बहुत सशक्त मंच है। यह देश के विकास के साथ सीधे-सीधे जुड़ा है।
पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि ऐसा देश जहां युवा अनुशासित होता है, उनमें इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प होता है, उसे विकास पथ पर कभी नहीं रोका जा सकता है। भारत की युवा आबादी है, हमें इस पर गर्व है, लेकिन देश की सोच भी युवा होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि आज युवा सोच है, युवा मन के साथ देश आगे बढ़ रहा है, इसलिए वो सर्जिकल स्ट्राइक करता है, एयर स्ट्राइक करता है और आतंक के सरपरस्तों को उनके घर में जाकर सबक सिखाता है। इससे पहले उन्होंने यहां नेशनल कैडेट कोर परेड का निरीक्षण किया।
पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि हमें अतीत की चुनौतियों, वर्तमान की आवश्यकताओं और भविष्य के लिए महत्वाकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए मिलकर काम करना होगा।
उप-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी को यहां गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने इस दौरान कहा कि सीमा पार आतंकी कैंप फिर से एक्टिव हो गए हैं। सीजफायर उल्लंघन के मामले बढ़े हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर में फिलहाल हालात काबू में हैं। हम हर तरह के चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।
जनरल सैनी ने इस दौरान कहा कि बतौर उप-सेना प्रमुख उनकी प्राथमिकता उपकरण, गोला-बारूद आदि की महत्वपूर्ण कमियों को दूर करना उत्तरी सीमाओं के साथ क्षमता में विकास होगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ समेत अन्य नए विभागों के साथ आगे संयुक्तता बनाने के लिए उनके साथ सेना मुख्यालय को संरेखित करना प्राथमिकता होगी।
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के सेना प्रमुख बनने के बाद जनरल एसके सैनी को पिछले हफ्ते सेना के नए उपप्रमुख बनाए गए थे। रक्षा विभाग के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत द्वारा की गई यह पहली सैन्य नियुक्ति थी। इससे पहले भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के प्रमुख थे।